खालसा इंटर कालेज में चापेकर बंधुओ के बलिदान दिवस का हुआ आयोजन !

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आज दिनांक 14-5-2017 दिन रविवार को अपराह्न २ बजे खालसा इंटर कालेज नका हिंडोला चारबाग लखनऊ में अमर शहीद चापेकर बंधू ( दामोदर चापेकर, बालकृष्ण चापेकर,एवं वासुदेव चापेकर जिन्होंने देश की आज़ादी के महान  यज्ञ में अपने प्राणों की आहुति दी थी) , उन्ही देश भक्तो के बलिदान दिवस का कार्यक्रम का आयोजन किया गया ! कार्यक्रम में उपस्थिति मुख्य अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री माननीय श्री ब्रजेश पाठक जी ने अमर शहीदों को श्रद्धा सुमन अप्रीत करते हुए उनके बलिदान दिवस का कार्यक्रम आयोजित किये जाने पर लखनऊ गुरुद्वारा रिर्फामस कमेटी के भूरी भूरी प्रशंशा करते हुए अपने विचार रखे ! उन्होंने कहा कि चापेकर बंधुओ के बलिदान को यह देश नहीं भूल सकता है वहीँ सिक्ख समुदाय के देश प्रेम एवं आज़ादी की लड़ाई में हुए योगदान को ये देश नहीं भूल सकता !

साथ ही कहा की “हम दशकों से समानता की बात करते आ रहे हैं, मैंने भी कई बार दोनों सदनों में यह मुद्दा भी उठाया, पर यह तब तक संभव न होगा जब तक यह जन जन का मुद्दा न बनेगा
इसी उपलक्ष्य में आज इस विशेष अवसर पर यह निर्णय लें कि कम से कम उतना ही भोजन थाली में लें जितना हमारे उदर के लिए आवश्यक है।
चूंकि मैंने कई बच्चो को जूठन में भोजन ढूंढते पाया है अतः हमें इस बात का विशेष ध्यान रखना होगा कि कोई भी शख्स भूखा न रहे”

कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित द मिलेनियम स्कूल की प्रधानाचार्य श्रीमती मंजुला गोस्वामी ने चापेकर बंधुओ के विषय में विस्तार से बताया !

अंत में संस्था के अध्यक्ष सरदार चरनजीत सिंह बग्गा ने आये हुए अथितियो को प्रतिक चिन्ह देकर सम्मानित किया था सरदार राजेन्द्र सिंह बग्गा लखनऊ गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष एवं संस्था के संरक्षक ने कार्यक्रम में आये हुए सभी लोगो का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद किया !

कार्यक्रम में संस्था के अन्य पदाधिकारी सरदार गुरुजीत सिंह छाबड़ा उपाध्यक्ष, सरदार गगन दीप सिंह बग्गा, सरदार  भुवन सिंह मंत्री, सरदार  जसपाल सिंह, तथा अन्य सदस्य,सरदार  संदीप सिंह, सरदार  हर्षदीप सिंह, सतपाल सिंह सियाल , एवं गुरुप्रीती सिंह भी उपस्थित रहे 

खालसा इंटर कॉलेज नाका चौराहे पर, श्री गुरुसिंह सभा ऐतिहासिक गुरुद्वारा नाका हिंडोला से लाइव।"हम दशकों से समानता की बात करते आ रहे हैं, मैंने भी कई बार दोनों सदनों में यह मुद्दा भी उठाया, पर यह तब तक संभव न होगा जब तक यह जन जन का मुद्दा न बनेगाइसी उपलक्ष्य में आज इस विशेष अवसर पर यह निर्णय लें कि कम से कम उतना ही भोजन थाली में लें जितना हमारे उदर के लिए आवश्यक है।चूंकि मैंने कई बच्चो को जूठन में भोजन ढूंढते पाया है अतः हमें इस बात का विशेष ध्यान रखना होगा कि कोई भी शख्स भूखा न रहे"

Posted by Brajesh Pathak on Sunday, 14 May 2017

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