मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को सर्किट हाउस में आयोजित समीक्षा बैठक में जल निगम के अधिकारियों की जमकर क्लास लगाई। उन्होंने नाराजगी भरे लहजे में कहा कि अब अंतिम मौका है और किसी भी लापरवाही पर जिम्मेदार बख्शे नहीं जाएंगे। उन्होंने शाही नाले की खराब प्रगति पर जमकर फटकार भी लगाई। मुख्यमंत्री ने बैठक की शुरुआत में ही जल निगम के अधिकारियों से शाही नाले के काम की प्रगति पूछी। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर मुख्यमंत्री बेहद नाराज हुए और बोले, यह अंतिम मौका है और नवंबर तक इस काम पूरा नहीं किया गया तो कार्रवाई के लिए तैयार रहें।
उन्होंने राजकीय निर्माण निगम के कामों को लेकर भी नाराजगी जताई। दो दिवसीय प्रवास पर वाराणसी पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मंदिरों के आसपास साफ सफाई और श्रद्धालुओं से जुड़ी अन्य व्यवस्थाओं को प्राथमिकता पर ठीक कराया जाए। रामलीला के आयोजन को भी सफलतापूर्वक कराएं जाएं। व्यापारिक संगठनों से संवाद कर हर जगह को सीसी कैमरों से लैस किया जाए। शहर में सफाई-व्यवस्था को और बेहतर करने की जरूरत बताते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बनारस पर्यटन का बड़ा केंद्र है। यहां बाहर से आने वाले पर्यटक नकारात्मक छवि लेकर ना जाएं।
जिले को कोरोना मुक्त होने पर सीएम ने अधिकारियों को बधाई देते हुए खुशी जाहिर की। सीएम ने कहा कि शहर कोरोना मुक्त हो गया और स्कूल भी खुल गए हैं। ऐसे में हमें अतिरिक्त सतर्कता बरतनी होगी। स्कूलों पर विशेष नजर रखी जाए, क्योंकि वहां पर छोटे-छोटे बच्चे हैं और उनकी सुरक्षा बेहद जरूरी है। शहर में जाम की समस्या को भी दुरुस्त करने की जरूरत है। सीएम ने कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हुए कहा कि जिले में कमिश्नरेट व्यवस्था लागू है तो इसका प्रभाव भी शहर वासियों पर नजर आना चाहिए।