सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मतगणना में धांधली की आशंका जताई है। वाराणसी, सोनभद्र, बरेली सहित कई स्थानों पर ईवीएम पकड़े जाने का आरोप लाया है। यह भी आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव जिलाधिकारियों को फोन कर आदेश दे रहे हैं कि जहां भाजपा प्रत्याशी हार रहे हों अथवा पांच हजार से कम अंतर हो तो वहां वहां धीमी गति से गणना कराई जाए। ताकि रात होने पर गड़बड़ी करने का पर्याप्त समय मिल जाए। उन्होेंने दावा किया कि सीएम के प्रमुख सचिव की हरकत का उनके पास पुख्ता सबूत हैं। चुनाव आयोग ने सबूत मांगा तो उसे उपलब्ध कराएंगे।
मंगलवार शाम प्रदेश कार्यालय में पत्रकारों से सामने वाराणसी में पकड़ी गई ईवीएम की रिकार्डिंग दिखाते हुए बताया कि वहां तीन गाड़ियों से ईवीएम निकाली गईं। दो गाड़ियां भाग गई, जबकि एक गाड़ी पकड़ी गई। इसी तरह बरेली और सोनभद्र में भी ईवीएम पकड़ी गई है। लखनऊ में एडीएम की गाड़ी में पेचकस सहित अन्य सामग्री पकड़ी जा चुकी है। चुनाव आयोग की नियमावली है कि किसी कारणवश ईवीएम की शिफ्टिंग होगी तो सभी दलों के प्रत्याशियों को सूचना दी जाएगी। सभी की सहमति पर फोर्स के साथ ईवीएम का स्थानांतरण किया जाएगा, लेकिन वाराणसी सहित अन्य जिलों में प्रत्याशियों को सूचना तक नहीं दी गई। इससे साफ है कि सरकार जानबूझ कर बेईमानी पर उतारू है। उन्होंने सवाल किया कि जब तीन वाहनों में लादकर ईवीएम को ले जाना चोरी नहीं है तो फिर दो वाहनों को भगाया क्यों गया, सरकार इसका जवाब दे।