हैरिंग्टनगंज ब्लॉक के ग्राम भाऊपुर में 19 से 27 मार्च तक महेश तिवारी उर्फ सोनू के यहां श्रीमद् भागवत कथा का कार्यक्रम था। जिसमें इनकी एक महिला रिश्तेदार लखनऊ से आई थीं। ग्रामीणों के अनुसार महिला में कोरोना संक्रमण के कुछ लक्षण थे, जिसके संपर्क में गांव के भी कई लोग आये हैं। इधर,7 अप्रैल को गांव के रामकिशुन पासी की वर्षीय पत्नी के गले में दर्द, जुकाम-बुखार के चपेट में आने से मौत हो गई। दो दिन बाद ही 9 अप्रैल को गांव निवासी कलावती (50) की भी मौत हो गई। एक महिला का इलाज लखनऊ में चल रहा है। वहीं, रिश्तेदारी में शामिल होने आई महिला के भाई की भी तबीयत ठीक नहीं है।
इसके बाद शनिवार सुबह पुजराइन (50) पत्नी दिनेश और रात गांव निवासी पवन तिवारी (45) की मौत हो गई। गांव में लगातार हुई मौतों से स्थानीय लोगों में हड़कंप मच गया। सूचना पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने रविवार को गांव में डेरा डाला। मृतकों का दाह संस्कार हो जाने से उनके शवों की कोरोना जांच नहीं हो सकी, लेकिन सभी मौतों को कोरोना संदिग्ध मानते हुए उनके संपर्क में आए 100 लोगों की जांच की गई। इसमें 13 लोग संक्रमित पाए गए। सभी संक्रमितों को आइसोलेट कराते हुए गांव में कोरोना बचाव कार्य कराए गए और पुलिस बल की मौजूदगी में गांव को सील कर दिया गया। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर डीएन द्विवेदी ने बताया कि रविवार को 100 लोगों की जांच की गई, जिसमें से 13 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। ग्रामीणों की सोमवार को भी जांच जाएगी। हैरिंग्टनगंज चौकी प्रभारी राम अवतार राम ने बताया कि गांव को सील कर दिया गया है।
भाऊपुर में चार लोगों के मौत होने की जानकारी मिलने पर गांव में स्वास्थ्य टीमें भेजी गई थी। मृतकों का दाह संस्कार हो जाने की वजह से शवों की जांच नहीं हो सकी। फिर भी संदेह के आधार पर उनके संपर्क में आए 100 लोगों की जांच कराई गई तो 13 लोग संक्रमित मिले हैं। गांव को सील करा दिया गया है और मरीजों को आइसोलेट कराया गया है।