दूसरी लहर में डेल्टा वैरिएंट ने मचाई थी तबाही, 355 में 327 सैंपल में पुष्टि,

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प्रदेश में दूसरी लहर में तबाही की वजह कोरोना वायरस का डेल्टा वैरिएंट रहा है। ऐसे में यहां डेल्टा प्लस की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। यही वजह है कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से पूरी तरह सतर्कता बरती जा रही है । साथ ही नागरिकों से भी सावधानी बरतने की अपील की जा रही है।

केंद्र सरकार की ओर से जारी डाटा में उतर प्रदेश में डेल्टा वैरिएंट मिलने की बात पहले ही कही गई थी । अब प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने भी इस बात को स्वीकार कर लिया है। सोमवार को स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि दूसरी लहर में बड़ी संख्या में डेल्टा वैरीएंट पाया गया है। 

ऐसी स्थिति में इसके नए वैरिएंट को लेकर भी सतर्क रहना होगा। विभिन्न राज्यों में डेल्टा प्लस मिल रहा है। ऐसे में यहां भी जीनोम सीक्वेंसिंग कराई जा रही है। एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस अड्डे पर भी सैंपल इन कराई जा रही है। विदेश से आने वाले लोगों को क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है। 

तो 355 में 327 सैंपल में मिला था डेल्टा
सूत्र बताते हैं कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए 1355 सैंपल मिले भेजे गए थे। इसमें 355 के रिजल्ट जारी किए गए हैं। अभी 1000 सैंपल की जांच रिपोर्ट नहीं आई है। 355 में 327 सैंपल में डेल्टा पाया गया है और 28 सैंपल में अल्फा वैरीएंट मिला है। मालूम हो कि दूसरी लहर में तबाही के दौरान सभी चिकित्सा विशेषज्ञ इस बात की पुष्टि कर रहे थे कि वायरस का स्वरूप बदला है और यह पहले से कहीं ज्यादा हमलावर है। इसकी प्रसार क्षमता भी अधिक है।

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