नाबालिग से देह व्यापार करवाने के जुर्म में सोनू पंजाबन को 24 साल की कैद,

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देह व्यापार और मानव तस्करी के मामले में दोषी गीता अरोड़ा उर्फ सोनू पंजाबन को 24 साल और उसके सहयोगी संदीप बेदवाल को 20 साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई है। इसके साथ ही कोर्ट ने इन दोनों पर जुर्माना भी लगाया है।

द्वारका कोर्ट के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश प्रीतम सिंह ने सोनू पजांबन को आईपीसी की धारा 328, 342, 366ए, 372, 373 और 120बी के तहत अलग-अलग सजा सुनाई हैं। सभी सजाएं एक साथ चलेंगी इसलिए सोनू पंजाबन को कुल 24 सालों तक कठोर कारावास में रखने और 64 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है।
वहीं कोर्ट ने संदीप बेदवाल को आईपीसी की धारा 363, 366, 366ए, 372, 120बी और 376 के तहत अलग अलग अवधि की सजा सुनाई है। सभी सजाएं एक साथ चलेंगी। इसलिए बेदवाल को अधिकतम 20 सालों तक जेल में रहना होगा। कोर्ट ने कुल 65 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है।
कोर्ट ने संदीप बेदवाल और सोनू पंजाबन को दोषी ठहराते हुए उनकी सजा पर 16 जुलाई को फैसला सुरक्षित रख लिया था। कोर्ट ने सोनू को नाबालिग लड़की के अपहरण, मानव तस्करी और देह व्यापार समेत अन्य धाराओं में दोषी ठहराया था, जबकि संदीप को नाबालिग से दुष्कर्म, उसके अपहरण और मानव तस्करी के अपराध समेत अन्य अपराध के लिए दोषी ठहराया था।

पुलिस ने पीड़िता के बयान के आधार पर कोर्ट में दलील दी कि 2009 में जब पीड़िता महज 12 साल की थी और उसे तब संदीप बेदवाल ने प्यार का झांसा देकर शादी करने की बात कही थी। इस दौरान संदीप, लड़की को शादी करने का झांसा देकर अपने साथ लक्ष्मी नगर में किसी सीमा नामक आंटी के घर ले गया था।

पीड़िता का आरोप है कि वहां संदीप ने उसके साथ दुष्कर्म किया और फिर उसे सीमा आंटी को बेचकर चला गया। उसके बाद सीमा आंटी ने उसे देह व्यापार करने के लिए मजबूर किया और उसे नशे के इंजेक्शन भी दिए गए। इसके बाद उसे कई लोगों को बेचा गया, इन्हीं खरीदारों में सोनू पंजाबन भी एक थी।

सोनू पंजाबन ने उसे देह व्यापार करने के लिए मजबूर किया और उसे नशे की दवाइयां और इंजेक्शन भी दिए। उसे अलग-अलग लोगों के पास भेजा जाता था और सोनू पंजाबन अपना ठिकाना बदलती रहती थी। कुछ समय बाद सोनू पंजाबन ने उसे लखनऊ के किसी आदमी को बेच दिया, जहां उससे देह व्यापार करवाया जाता था।

लखनऊ के बाद उसे हरियाणा के रोहतक में राजपाल और सतपाल को बेचा गया। वहां सतपाल उससे देह व्यापार का काम करवाने लगा और कुछ दिनों के बाद राजपाल ने उसे अपने पास घर पर रख लिया, जहां उसकी पत्नी और बच्चे भी थे। रोहतक में कुछ दिन रहने के बाद पीड़िता 9 फरवरी 2014 को मौका पाकर भाग निकली और दिल्ली के नजफगढ़ इलाके में पुलिस के पास पहुंच आपबीत बताई थी।

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