यूपी में ओमिक्रॉन: इन 10 बातों से समझिए क्या है प्रतिबंध,

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देश दुनिया में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट के तेजी से बढ़ते मामलों को देखते हुए और पड़ोसी राज्यों में केसों की संख्या को देखते हुए यूपी सरकार ने आज अपनी उच्चस्तरीय टीम-9 को कई दिशा-निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में प्रदेश में नाइट कर्फ्यू से लेकर कई तरह के प्रतिबंधों की घोषणा की गई है।

इस स्टोरी में 10 बिंदुओं में पढ़ें क्या है यूपी सरकार द्वारा लगाया गया प्रतिबंध और इस दौरान क्या बंद और क्या खुला रहेगा….
इस वक्त उत्तर प्रदेश में सही नीति के क्रियान्वयन से कोरोना नियंत्रित स्थिति में है। बीते 24 घंटे में एक लाख से भी अधिक टेस्ट के बाद मात्र 49 संक्रमितों की पुष्टि हुई है। इस वक्त प्रदेश में कुल एक्टिव केस 266 हैं। 37 जिलों में एक भी कोरोना मरीज नहीं है।
यूपी सरकार अपनी बैठक में यह बात नोटिस की है कि देश के कई राज्यों में कोरोना के मामले फिर से बढ़ रहे हैं। ऐसे में कुछ कड़े कदम उठाने की जरूरत है जिससे प्रदेश में कोरोना के मामले न बढ़ें। यही वजह है कि 25 दिसंबर से प्रदेशव्यापी रात्रिकालीन कोरोना कर्फ्यू प्रभावी किया जाने का निर्णय लिया गया है। 25 तारीख से हर रात 11 बजे से सुबह 5.00 बजे तक रात्रि कर्फ्यू लागू रहेगा।
शादी-विवाह आदि सार्वजनिक आयोजनों में कोविड प्रोटोकॉल के साथ अधिकतम 200 लोग ही शिरकत कर सकेंगे। आयोजनकर्ता इसकी सूचना स्थानीय प्रशासन को देगा।
मास्क को लेकर लोगों की लापरवाही को देखते हुए सरकार ने  फैसला किया है कि बाजारों में “मास्क नहीं तो सामान नहीं” के संदेश के साथ व्यापारियों को भी जागरूक किया जाएगा।  बिना मास्क कोई भी दुकानदार ग्राहक को सामान न दे। सड़कों/बाजारों में हर किसी के लिए। मास्क अनिवार्य किया जाए। पुलिस बल लगातार गश्त करे।
सरकार ने फैसला लिया है कि एक बार फिर देश के किसी भी राज्य से अथवा विदेश से उत्तर प्रदेश की सीमा में आने वाले हर एक व्यक्ति की ट्रेसिंग-टेस्टिंग की जाएगी। बस, रेलवे और एयरपोर्ट पर अतिरिक्त सतर्कता बरती जाएगी।
निगरानी समितियों ने कोरोना प्रबंधन में सराहनीय कार्य किया है। तीसरी लहर के दृष्टिगत गांवों और शहरी वार्डों में निगरानी समितियों को पुनः एक्टिव करें। बाहर से आने वाले हर एक व्यक्ति की टेस्टिंग कराएं। उनके स्वास्थ्य पर सतत नजर रखी जाए। आवश्यकतानुसार लोगों को क्वारन्टीन किया जाए, अस्पतालों में भर्ती कराया जाए। 
कोविड की तीसरी लहर की आशंका के दृष्टिगत हमने पूर्व में व्यवस्थित तैयारियां की हैं। जिनका पुनर्परीक्षण कर लिया जाए।
प्रदेश के सभी शासकीय/निजी चिकित्सा संस्थानों में उपलब्ध चिकित्सकीय सुविधाओं की बारीकी से परख कर ली जाए। औद्योगिक इकाइयों में कोविड हेल्प डेस्क और डे केयर सेंटर फिर एक्टिव करें।
19 करोड़ 14 लाख 94 हजार से अधिक कोविड टीकाकरण और 09 करोड़ 14 लाख से अधिक टेस्टिंग करके उत्तर प्रदेश टेस्टिंग और टीकाकरण देश में प्रथम स्थान पर है। यहां 06 करोड़ 73 लाख 17 हजार से अधिक लोगों को टीके की दोनों डोज देकर कोविड का सुरक्षा कवर प्रदान कर दिया गया है।
12 करोड़ 41 लाख लोगों ने टीके की पहली डोज प्राप्त कर ली है। इस प्रकार पटीकाकरण के लिए पात्र प्रदेश की कुल आबादी में से 84.23 फीसदी को पहली और 45.66 फीसदी लोगों को दोनों डोज मिल चुकी है। वैक्सीनेशन को और तेज करने की जरूरत है।  इस संबंध में सभी जरूरी प्रयास किए जाएं।

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