लुटती रही महिला की अस्मत, दर्दभरी चीखों से मांगती रही मदद,

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गणतंत्र दिवस के दिन राजधानी में अलर्ट था। इसी दौरान दबंगों ने कड़कड़डूमा के मकान में घुसकर महिला को अगवा कर लिया। विवेक विहार के कस्तूरबा नगर लाकर आरोपी महिलाओं व इनके घर के पुरुष व नाबालिग खुलेआम पीड़ित महिला की आबरू लूटते रहे। जिस घर के अंदर महिला के साथ दरिंदगी की हदें पार की जा रही थीं, वह उसके मायके से चंद कदमों की दूरी पर ही है। महिला करीब ढाई घंटे तक अगवा रही और छोटी बहन का तो ये भी दावा है कि उसका फोन आरोपियों ने पीड़िता को अगवा करते वक्त ही छीन लिया था जिसके चलते वह पुलिस को फोन तक नहीं कर सकी। जब घर के अंदर क्रूर महिलाएं अपने घर के पुरुषों और नाबालिगों को को पीड़िता से दुष्कर्म के लिए उकसा रही थीं तब असहाय पीड़िता लगातार मदद की गुहार लगा रही थी। उसकी दर्दभरी चीखें गली में गूंज रही थीं जिसे सुनकर घटनास्थल पर तमाशबीन भी जुट गए।

पीड़िता आरोपियों को बचपन से जानती है जिसके चलते वह उनसे उसे छोड़ने की विनती करती रही लेकिन निर्दयी आरोपियों ने उसकी एक न सुनी बल्कि उसे भद्दी-भद्दी गालियां देते रहे। चाहकर भी पीड़ित महिला का परिवार कुछ नहीं कर सका। पीड़िता को पीटने पर भीड़ में ही मौजूद लोग और तेज चिल्लाकर हूटिंग करते दिखे। स्थानीय लोगों का कहना था कि आरोपी परिवार दबंग है। इनके खिलाफ शराब और मादक पदार्थ बेचने के कई मामले दर्ज हैं।कस्तूरबा नगर में रहने वाले एक शख्स ने बताया कि आरोपी सुबह करीब 11.45 बजे पीड़िता को उठाकर ले आए। शोर-शराबा हुआ तो मोहल्ले वालों की भीड़ जुट गई। घर में महिला से हैवानियत होती रही। वह मदद के लिए चिल्लाती रही, लेकिन कोई भी जाकर उसे बचाने का साहस नहीं जुटा सका। एक अन्य शख्स ने बताया कि जिस नाबालिग लड़के ने आत्महत्या कर ली थी। उसके परिवार का शराब, गांजा और दूसरे नशीले पदार्थ बेचने का काम है। इनके खिलाफ कई मुकदमे दर्ज हैं। मरने वाला लड़का परिवार में बड़ा बेटा था। उसके परिवार में माता-पिता के अलावा एक छोटी बहन व भाई है।

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