ज़ी न्यूज़ के खिलाफ लामबंद मूलनिवासी – ज़ी न्यूज़ का कर रहे हैं दुष्प्रचार। जरूर पढ़ें।

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​नीचे लिखा लेख एक समूह में आया था जहाँ मैं जुड़ा हुआ था 

अगर आप सभी यह लेख को ध्यान से पढ़ेंगे तो शब्द चयन और शैली के आधार पर सहजता से ज्ञात हो जायेगा की यह लेख किसी सुदृष्टि से नहीं वरन धर्मविशेष के लिए लिखा है।

*देश की एकता के लिए खतरा बनता Zee न्यूज़  :

जैसा कि हम जानते हैं कि हमारे देश में कुछ राजनीतिक पार्टियों एवं आतंकी संगठन RSS ने अपनी जड़ें मजबूत करने और ” फूट डालो राज करो ” के मिशन को कामयाब बनाने के लिए कई हथकंडे अपनाए हुए हैं।
इसी साजिश को बढ़ावा देने में Zee न्यूज़ एवं IBN7 जैसे भगवा चैनल दिनों दिन हमारे देश में अपने पैर पसार रहे हैं।
आज हमें जरूरत इस बात की है कि हम इनकी साजिशों को रोकें और ज्यादा से ज्यादा ऐसे चैनलों का बॅायकाट ( Boycott ) करें । क्योंकि इनकी सच्चाई देशभक्ति से कौसों दूर है।
1.  Zee news के मालिक का नाम डाक्टर सुभाष चंद्रा है जो हरियाणा से BJP का सांसद हैं। जो 17 साल की उम्र में RSS से जुड़ा एवं RSS के कई एजेंडों को अंजाम तक पहुंचाने में मुख्य भूमिका निभाई । सुभाष चंद्रा छात्र जीवन से ही BJP के लिए सक्रिय तौर पर काम कर रहा है।
♦ इस व्यक्ति को 1996 में एक सिक्ख गुरुद्वारे में घुसकर तोड़ फोड़ करने एवं पवित्र गुरूग्रंथ साहिब को जलाने के आरोप में जेल भी जाना पड़ा था।
♦ 2003 में इसी के चैनल में काम करने वाली सुहासिनी नामक युवती ने डाक्टर सुभाष चंद्रा पर रेप ( Rape ) के आरोप लगाए थे।
♦  सन 2000 में एक दलित न्यूज़ रिपोर्टर को इसने नौकरी से सिर्फ इस बात पर निकाल दिया था क्योंकि उसने सुभाष चन्द्रा के लिए ले जाई जा रही कॅाफी ( Coffee ) को छू लिया था।
♦  इसके चैनल में एक भी मुस्लिम, सिक्ख, किश्चन के साथ साथ दलितों को भी कभी नौकरी नहीं दी गई।
2.  Zee news की भगवा पत्रकारिता के कुछ सबूत  :
♣   हाल ही के दिनों में मुस्लिम धर्मगुरु डाक्टर जाकिर नाईक की बिना किसी सबूत के आतंकवादियों बगदादी और हाफिज सईद से मुलाकात एवं फंड मिलने की खबर चलना।
♣  देवबंद के मौलाना मेहमूद मदनी के हर साल हज यात्रा पर जाने को Zee news ने उन्हें मुस्लिम देशों में जाकर अपने मदरसों के लिये भीख मांगना एवं अपनी राजनीतिक पार्टी के लिए फंड इकट्ठा करना करार दिया और उनके खिलाफ न्यूज़ प्रसारित की।
♣ सबसे पहले बरेलवी, देवबंदी, वहाबी के नाम पर इसी Zee news ने खुलकर मुसलमानों के बीच की खाई को गहरा करने का काम किया ।
♣ इसी Zee news ने मुहर्रम में शिआ मुस्लमानों के मातम करने को देश के कानून का उल्लंघन करार दिया ।
♣  Zee news ने कई बार शरिआ कानून को मुस्लिम समाज में महिलाओं पर अत्याचार करार दिया।
♣  JNU में नारे लगाते हुए छात्र कन्हैया कुमार की विडियो में झूठी देशद्रोही नारों वाली आवाज़ डालकर प्रसारित करना जिसके बाद कोर्ट ने Zee news को फटकार भी लगाई।
♣  जब BJP के एक सांसद ने दबंगों द्वारा दलित परिवार के बच्चों को जिन्दा जला दिए जाने पर, दलितों के बच्चों को कुत्ते के बच्चे कहा तब भगवा चैनल Zee news ने एक खबर चलाई जिसमें बताया कि पहले भी हिन्दुस्तान में दलितों को कुत्ता ही कहा जाता था इसमें गलत कुछ भी नहीं।
♣  Zee news ने हैदराबाद के मुस्लिम युवकों को आतंकवादी होने के आरोप में पकड़े जाने पर AIMIM के मुखिया असदउद्दीन औवेसी द्वारा कानूनी मदद दिये जाने पर हमेशा आतंकवाद के खिलाफ मुखर रूप से बोलने वाले औवेसी को ही आतंकवादी दिखा दिया।
  ♣  दिल्ली चुनाव से पहले Zee news के  भगवा एंकर रोहित सरदाना ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी को चरित्रहीन एवं आवारा कहकर संबोधित किया ।
♣  जब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एवं हैदराबाद के लोकप्रिय सांसद बैरिस्टर असदउद्दीन औवेसी ने सिक्खों के कत्लेआम में RSS के शामिल होने की सबूत के साथ आवाज उठाई तो Zee news ने खबर चलाई की सिक्ख समुदाय खालिस्तान की मांग कर रहा था इसलिए RSS ने सिक्खों को सबक सिखाया ।
♣  Zee news हर दिन एक वाद विवाद ( Debate ) का प्रसारण करता है जिसका नाम “ताल थोक के” है। हर दिन इस शो का टॅापिक नागपुर का RSS मुख्यालय तय करता है।

इस शो का होस्ट रोहित सरदाना नामक एंकर खुद भी RSS के बेकग्राऊड से है।

 
♣  अब तक Zee news को 17689 यानी की सत्राह हज़ार से अधिक नोटिस कोर्ट की तरफ से भेजे गए हैं जो अधिकतर मुस्लिम, सिक्ख एवं दलितों की भावना भडकाने के लिए ही दिये गए हैं। और हर बार कोर्ट ने Zee news को  फटकार लगाई है।
♣  पंजाब, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्राखड, जम्मू कश्मीर में कोर्ट ने Zee news पर पूरी तरह बैन लगा रखा है ।
यही कारण है कि अब हर हिन्दुस्तानी को पूरे देश में Zee news जैसे चैनलों को बैन करने के लिये आवाज़ उठानी होगी।

हमें भी अपने स्वयं के प्रयास करने होंगे जिसके अंतर्गत हमें अपने केबल आपरेटरों को ऐसे चैनलों को हटाने की मांग करनी होगी।

हमें इन चैनलों को देखने से बचना होगा क्योंकि यह हमसे कमाये हुए पैसे से हमारे ही खिलाफ, हमारे ही देश में जहर घोलने का काम कर रहे हैं।

अगर सचमुच अपने देश से मुहब्बत करते हो तो इस बात को हर हिन्दुस्तानी तक पहुंचाने में साथ दें….!
भगवा हटाओ, देश बचाओ
जय मूलनिवासी

 उपर्लिखित पोस्ट किसी वर्गविशेष ने लिखी है
अब अगर आप इसके कंन्टेन्ट को ध्यान से पढ़ें तो आप पाएंगे की यहपोस्ट ज़ी न्यूज़ के नाम पर आरएसएस को लक्ष्य में रख कर बनाई गयी है

यहाँ हर जगह आरएसएस और बीजेपी को गलत करने वाला बताया गया है और ज़ी न्यूज़ को उनका साथ देने वाला

सबसे बड़ी विडम्बना तो ये है की ओवैसी जैसे देशद्रोही को सर्वोत्कृष्ट दिखाने का प्रयास किया गया है 

साथ ही केजरीवाल का महिमामंडन किया गया है ताकी लोग इसे किसी विशेष धर्म से जुड़ा न पाये

मुस्लिमों से जुड़े विषयोँ पर और किसी चैनल के रिपोर्टिंग न करने पर प्रसन्न और ज़ी न्यूज़ की उन विषयो पर रिपोर्टिंग करने से दुखी मुस्लिम अब हिंदुओ को तोड़ने के उद्देश्य में जुट गए है

यह पोस्ट दिखाती है की किस प्रकार ज़ी न्यूज़ और आरएसएस को नीचा दिखाकर और दलितों और सिक्खो के विरुद्ध बताया जा रहा है और इसके लिए बहुत से अनर्गल तथ्य लिखे गए है 

साथ ही इसमें मूलनिवासी एवं अन्य शब्दों का प्रयोग कर जाकिर नाइक एवं अन्य को दलितों का हितैषी दिखाया गया है

कुल मिलकर ओवैसी की योजना अब दलित लोगो को हिंदुत्व से काटकर हमें कमजोर करने की है और इसके लिए वो साम दाम दंड और भेद सभी का प्रयोग चुपचाप कर रहा है। अतः आप सब से निवेदन है कि आप सब भी चुपचाप समाज में कार्य करते हुए तथ्यों से सभी की गलतफहमी दूर करे ताकि ये लोगो को मूर्ख बनाने में सफल न हो

  • हिमांशु मिश्रा

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