कैसरबाग के हुसैनगंज चौराहे पर रविवार देर रात करीब 8.40 बजे पुलिस टीम वाहन चेकिंग कर रही थी। इसी बीच एक युवक अजमल बाइक से पहुंचा। पुलिस ने कागजात मांगे तो उसने फोटोकॉपी दिखाया। पुलिस ने ओरिजिनल दिखाने को कहा तो वह भिड़ गया। उसने अपनी बहन नेहा शर्मा को फोन कर बुलाया। बहन वहां पहुंचते ही हंगामा शुरू कर दिया। इसी बीच भीड़ जुट गई। भीड़ ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। अधिकारियों की टीम भी पहुंच गई। भीड़ और पुलिस के बीच टकराव की स्थिति कई बार बनी। स्थिति बेकाबू देख पुलिस ने लाठी चार्ज कर भीड़ को तितर-बितर कर दिया।
प्रदर्शन के दौरान करीब ढाई घंटे तक हुसैनगंज चौराहे से हजरतगंज की तरफ आने वाले रास्ते पर यातायात पूरी तरह से बाधित रहा। पुलिस ने यातायात को दूसरे मार्गों से संचालित करवाया। हंगामा रात करीब 11 बजे समाप्त हुआ।
चौराहे पर मौजूद लोगों ने कैसरबाग थाने में तैनात एक महिला सिपाही पर नेहा को थप्पड़ जड़ने का आरोप लगाया। इसके बाद पुलिस के खिलाफ नारेबाजी कर सड़क पर जाम लगा दिया। जाम लगने की सूचना पर कैसरबाग, अमीनाबाद, नाका, हजरतगंज, हुसैनगंज और गौतमपल्ली थाने की पुलिस बुला ली गई।
मौके पर दो क्षेत्राधिकारी कैसरबाग के संजीव सिन्हा, हजरतगंज के अभय मिश्रा और एएसपी पश्चिम विकास चंद्र त्रिपाठी भी पहुंच गये। भीड़ में मौजूद लोगों ने महिला सिपाही पर कार्रवाई की मांग को लेकर धरना देना शुरू कर दिया। लोग पुलिस की बात सुनने को तैयार नहीं थे। हालांकि वहां मौजूद सिपाही ने नेहा के आरोप को गलत बताया।
एसएसपी कलानिधि नैथानी के मुताबिक चेकिंग के दौरान में महिला से अभद्रता की सूचना मिली है। जांच सीओ कैसरबाग को सौंपी गई है। रिपोर्ट आने के बाद सिपाही के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं प्रदर्शन में शामिल लोगों की पहचान सीसीटीवी कैमरों से की जाएगी। आचार संहिता के दौरान प्रदर्शन किया गया है। मुकदमा दर्ज कर पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी।