फतेहपुर निवासी महिला अफसर ने पुलिस को दी तहरीर में बताया है कि वर्ष 2012 में दिल्ली में कोचिंग के दौरान शाहजहांपुर के बसंतपुर निवासी गुरुविंदर सिंह पुत्र साधू सिंह उसके साथ छेड़छाड़ करता था। जिससे वह बीमार व अक्सर बेहोश रहने लगी। इसी दौरान दिल्ली स्थित अपने कमरे में एक दिन वह अचेत पड़ी थी। तभी गुरुविंदर वहां पहुंचा और उसके साथ दुष्कर्म किया।आरोपी ने घटना की अश्लील वीडियो व फोटो बना ली। घटना के पंद्रह दिन बाद कोचिंग में उसने वीडियो दिखाया और वायरल करने की धमकी देते हुए उसे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। वह उसके साथ घूमने जाने की बात करने लगा। इससे वह डिप्रेशन में रहने लगी। दो साल बाद वर्ष 2015 में बरेली में बैंक में नौकरी लगने पर वह किराए का कमरा लेकर वहां रहने लगी, लेकिन आरोपी ने उसका पीछा नहीं छोड़ा। एक दिन गुरुविंदर बरेली स्थित उसके कमरे में पहुंचा और मारपीट कर उसे कुर्सी से बांधने के बाद शारीरिक शोषण करते हुए वीडियो व फोटो बना ली।महिला अफसर का आरोप है कि गुरुविंदर सिंह ने अपने नाम से सिम खरीदकर उसे दिया और परिजनों से दूर रहने पर मजबूर किया। उसने उसके बैंक खाते से अवैध तरीके से रुपये का लेनदेन किया। बात नहीं मानने पर गुरुविंदर ने उसकी बहन के व्हाट्सएप नंबर पर अश्लील फोटो व वीडियो भेज दी। इस बीच उसकी वर्ष 2017 में प्रतापगढ़ जिले में तैनाती हो गई।यहां तैनाती के बाद से आरोपी उसको फोन व व्हाट्सएप पर धमकी व ब्लैकमेल करने के लिए संदेश भेजता रहा। आरोपी ने वीडियो वायरल करते हुए उसकी अश्लील फोटो दीवारों पर चस्पा करने की धमकी देकर उसका मानसिक व सामाजिक शोषण किया। इसके बाद भी उसकी बात नहीं मानी तो बीते 18 दिसंबर को अपने दो अज्ञात साथियों के साथ मेरे सरकारी आवास पर पहुंचा और साथ चलने का दबाव बनाने लगा। यह देख मैं अपने ड्राइवर के साथ कार से सरकारी आवास पर चली गई।इसके बाद वह वहां भी आ धमका और साथ ले जाने पर अड़ गया। महिला अफसर के ड्राइवर ने जब शोर मचाया तो आरोपी भाग निकले। जिसके बाद पीड़ित महिला अफसर ने लालगंज कोतवाली में आरोपी गुरुविंदर समेत दो अज्ञात लोगों के खिलाफ दुष्कर्म, शारीरिक शोषण, जान से मारने की धमकी देने समेत कई गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कराया। चर्चा है कि पुलिस आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। प्रभारी कोतवाल रामअधार ने बताया कि केस दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।