छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में नक्सलियों ने पुलिस दल पर घात लगाकर हमला कर दिया. इस घटना में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 26 जवानों की मौत हो गई और 6 जवान घायल हो गए हैं. जिसके बाद छत्तीसगढ़ से लेकर दिल्ली तक राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मच गई है. सुरक्षा एजेंसियों के तमाम आलाअधिकारी के साथ बड़े नेताओं की बैठक हो रही हैं. पक्ष-विपक्ष समेत सभी दलों से इस नक्सली हमले की कड़ी निंदा की है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीआरपीएफ के जवानों पर हुए नक्सली हमले की निंदा करते हुए उसे कायरतापूर्ण और निंदनीय बताया. उन्होंने कहा कि शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा. पीएम मोदी ने ट्वीट पर लिखा, ‘हम अपने सीआरपीएफ जवानों की बहादुरी पर गौरवान्वित हैं, शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा. उनके परिवारों के प्रति संवेदनाएं.’ उन्होंने हमले में घायल हुए जवानों के जल्दी स्वस्थ होने की कामना की.
राजनाथ ने हमले को बताया सरकार के लिए चुनौती
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि सुकमा में सीआरपीएफ के जवानों पर किए गए नक्सली हमले को सरकार एक चुनौती की तरह देखती है. उन्होंने कहा कि सुकमा में नक्सली हमले में सीआरपीएफ के जवानों की मौत पर बहुत दुख है. राजनाथ ने कहा, ‘यह बेहद दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण घटना है, इस घटना को लेकर मैं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह से लगातार संपर्क में हूं. सूत्रों के मुताबिक हमले के बाद गृह मंत्रालय में उच्च स्तरीय बैठक हुई. मंत्रालय के आला अधिकारियों की इस बैठक में नक्सली हमले के बाद राज्य में सुरक्षा व्यवस्था की स्थिति पर विचार विमर्श किया गया.
रमन सिंह दिल्ली से बैरंग रायपुर लौटे
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह अपने राज्य में नक्सली हमले में 25 सुरक्षाकर्मियों के शहीद होने से बहुत व्यथित हैं और अपना दिल्ली दौरा बीच में छोड़कर लौट गए. रमन सिंह कुछ कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली आए थे और उन्हें मंगलवार को रायपुर लौटना था.