पिछले कुछ दिनों से बांग्लादेश हमले में मारी गई तारिषी जैन के दोस्त फराज को हीरो बनाकर पेश किया जा रहा है। मीडिया में छपी खबरों के अनुसार, जब आतंकियों ने फराज से कुरआन की आयतें सुनाने को कहा तो वह खामोश रहा। जबकि उसे आयतें याद थीं। वह तारिषी जैन को अकेला छोड़कर नहीं जाना चाहता था। इसके बाद आतंकियों ने तारिषी जैन और उसके दोस्तों को मार दिया था। लेकिन एक बांग्लादेशी पत्रिका की रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि 20 साल का फराज हीरो नहीं बल्कि विलेन था।
तारिषी जैन का दोस्त फराज निकला विलेन
बांग्लादेश की पत्रिका दैनिक निरपेक्ष के मुताबिक, आतंकवादी हमले में हीरो बनाया गया नौजवान फ़राज़ अयाज हुसैन आतंकवादियों में से ही एक था। फराज ट्रांसकॉम ग्रुप के चेयरमैन लतिफ्फुर रहमान का नाती था। पत्रिका ने आतंकवादी निब्रस इस्लाम के साथ उसकी तस्वीर को शेयर करते हुए कहा कि मौका-ए-वारदात पर ढेर हुए आतंकवादियों की पहली तस्वीर में आतंकियों की लाश के साथ फ़राज़ की लाश को भी दिखाया गया था।
बेकरी से मिले वीडियो में फराज को सफेद जूते में देखा गया है। जब बाग्लादेश पुलिस ने आतंकियों की फोटो जारी की थी तो उसमें फराज की फोटो भी थी। उसमें भी फराज को सफेद जूते में ही देखा गया। लेकिन थोड़ी देर बाद ही फराज़ की जगह शेफ के कपड़ों में एक व्यक्ति की लाश दिखाई गई। शेफ का नाम सैफुल बताया जा रहा है।
पत्रिका के मुताबिक़, फराज के नाना की पत्रिका प्रोथोम आलो ने उसे हीरो बनाया है और उनके रसूख के कारण ही फराज का नाम छिपाया जा रहा है। आतंकी निब्रस के साथ फराज़ की तस्वीर को देखकर कयास लगाया जा रहा है कि उन दोनों की दोस्ती पुरानी है और इसलिए फराज़ भी इस हमले में शामिल हो सकता है।
गौरतलब हो कि ढाका में शुक्रवार को हुए इस आतंकी हमले में कुल तीन बांग्लादेशी मारे गए थे। सेना की कार्यवाही के बाद 5 आतंकियों के मारे जाने और एक आतंकी के घायल होने की खबर आई थी। अभी इस मामले की छानबीन चल रही है और कई अन्य जानकारियों का सामने आना बाकी है।