बांदा जिले में नेशनल हाईवे पर तेज रफ्तार कार सड़क किनारे पेड़ से टकरा गई। कार के अगले हिस्से के परखचे उड़ गए। कार चला रहे इंजीनियर, उसकी पत्नी व सास की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। बेटी गंभीर रूप से घायल हो गई। उसे जिला अस्पताल से कानपुर रेफर कर दिया गया। जहां देर रात बच्ची ने भी दम तोड़ दिया।
मृतक छतरपुर (एमपी) में प्राइवेट कंपनी में इंजीनियर था। तेहरी मौत का यह सड़क हादसा सोमवार को दोपहर बाद हुआ। शहर से लगभग 10 किलोमीटर दूर बांदा-मिर्जापुर नेशनल हाईवे पर गिरवां थानांतर्गत डिंगवाही गांव के पास आई-10 कार बेकाबू होकर सड़क फुटपाथ पर उतर गई और तेज रफ्तार के बीच पेड़ से जा टकराई।
जबरदस्त टक्कर से कार का अगला हिस्सा टुकड़े-टुकड़े हो गया। कार चला रहे राकेश कुमार सिंह (40) पुत्र हलधर सिंह, उसकी पत्नी वंदना सिंह (35) तथा सास चंद्रा बेसन (50) की वहीं मौत हो गई। राकेश की 12 वर्षीय बेटी अनामिका सिंह गंभीर रूप से जख्मी हो गई।
ग्रामीणों और पुलिस ने कार में फंसे चारों लोगों को बाहर निकाला। अनविका को तत्काल जिला अस्पताल भेजा गया। वहां से कानपुर रेफर कर दिया गया। जहां देर रात बच्ची की भी मौत हो गई। शवों को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज भेज दिया।
दुर्घटना का शिकार हुए इस परिवार की कई घंटे शिनाख्त नहीं हुई। बाद में छतरपुर से आए मृतक राकेश के दोस्त ने आकर शिनाख्त की। बताया कि राकेश मूलरूप से भिलाई (छत्तीसगढ़) का रहने वाला था। छतरपुर में प्राइवेट कंपनी में इंजीनियर था। सास भिलाई की थी। ये चारों बनारस से लौट रहे थे। वहां घूमने गए थे। मौके पर गिरवां थाना और बांदा शहर कोतवाली इंसपेक्टर फोर्स के साथ पहुंचे और शवों को मेडिकल कालेज भेजा।