उरी आतंकी हमले का बदला लेते हुए भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार आतंकवादियों के ‘लांच पैड्स’ को निशाना बनाते हुए बुधवार देर रात ‘सर्जिकल स्ट्राइक्स’ ऑपरेशन के जरिए 40 आतंकियों को ढेर कर दिया.
डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशंस (डीजीएमओ) लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने बताया कि जिन आतंकवादियों को निशाना बनाया गया, उन्होंने जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ कर भारत के अन्य शहरों में हमलों को अंजाम देने की साजिश की थी. अभियान यह सुनिश्चित करने के लिए था कि ये आतंकवादी घुसपैठ में कामयाब न हों और इनसे देश के नागरिकों को कोई खतरा नहीं हो
सर्जिकल स्ट्राइक की प्लानिंग की थी भारत के इस बांड 007 ने…
जम्मू-कश्मीर के उरी में सैन्य शिविर पर 18 सितंबर को हुए आतंकवादी हमले में 19 जवान शहीद हो गए थे. इसी के बाद भारतीय सेना ने यह बड़ा कदम उठाया.
इस ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए बेहद सुनियोजित तरीके से रणनीति बनाई गई. साथ ही इसके लिए खास सावधानी बरती गई, जिससे यह मिशन कामयाब हो पाया.
ऐसे अंजाम दिया गया ऑपरेशन:
बुधवार आधी रात के बाद शुरू हुआ ऑपरेशन
भारतीय सेना के 40 पैरा कमांडो भेजे गए
हेलीकॉप्टर से कमांडो को लाइन ऑफ कंट्रोल के पास उतारा गया
भारतीय कमांडो ने पैदल ही एलओसी पार की
8 आतंकी लॉन्च पैड पर अलग-अलग वक्त पर हमला
सुबह 4.30 बजे ऑपरेशन खत्म हुआ
इस ऑपरेशन में करीब 40 आतंकवादी मारे गए
क्या होती है सर्जिकल स्ट्राइक?
सीमित क्षेत्र में दुश्मन को मार गिराने की कार्रवाई
सिर्फ टारगेट पर होता है सटीक हमला
दुश्मन को सबसे ज्यादा नुकसान
बिना चेतावनी, गुप्त रूप से तेज रफ्तार से हमला
दुश्मन को नहीं मिलता संभलने का वक्त