नैमिषारण्य थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। गुरुवार को ससुराल से मायके जाने के लिए निकली एक विवाहिता को घर पहुंचाने के बहाने एक ठेलिया चालक सुनसान जगह पर लेकर गया। जहां विवाहिता के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया। इसके बाद हैवानियत की हदों को पार करते हुए आरोपियों ने विवाहिता को आग के हवाले कर दिया और खेत में ही छोड़कर मौके से फरार हो गए। सुबह गांव के ही लोगों ने उसे खेत पड़े देखा तो सीएचसी पहुंचाया। इस बीच पुलिस ने दो आरोपियों को हिरासत में लिया है। पुलिस का कहना है कि घटना को अंजाम देने वाले दोनों पिता-पुत्र हैं।
संदना थाना क्षेत्र के एक गांव की निवासी विवाहिता (31) गुरुवार की शाम कमलापुर क्षेत्र में अपने मायके जाने के लिए निकली थी। लेकिन वह सिधौली पहुंच गई। वह सिधौली कैसे पहुंची इस बारे में कुछ जानकारी नहीं है। सिधौली से बस के जरिए वह मिश्रिख पहुंची। यहीं उसे एक ठेलिया चालक रामकृष्ण मिला जिसने मायके पहुंचाने की पेशकश की। इस पर विवाहिता उसकी ठेलिया पर बैठ गई। बताते हैं कि जिसके बाद ठेलिया चालक विवाहिता को मिश्रिख में पास ही स्थित अपने श्रीनगर गांव ले गया ले गया। जहां ठेलिया चालक ने अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर विवाहिता के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। उसके बाद आरोपियों ने विवाहिता को आग के हवाले कर दिया। घटना को अंजाम देने के बाद सभी आरोपी विवाहिता को गंभीर हालत में खेत में ही छोड़कर फरार हो गये।
विवाहिता ने किसी तरह अपनी जान बचाई लेकिन उसके कमर के नीचे का हिस्सा बुरी तरह से जल जाने के कारण वहां से भाग न सकी। रात भर वह खेत में ही पड़ी रही। सुबह गांव की एक महिला ने उसे गंभीर हालत में खेत में पड़े देखा तो कपड़े पहनाए और खाना खिलाया। इस दौरान ससुराल से मायके न पहुंचने पर दोनों ही परिवार के लोग भी विवाहिता की तलाश में बाहर निकले। उसे तलाश करते हुए परिवार के लोग श्रीनगर गांव पहुंचे। जहां से गंभीर हालत में विवाहिता को सीएचसी मिश्रिख ले जाया गया।