थाना क्षेत्र नीबीकला गांव निवासी समीर त्रिपाठी हाईकोर्ट में सरकारी अधिवक्ता हैं। उनका बेटा शिवा त्रिपाठी कचहरी में अधिवक्ता है। साथ में जमीन का कारोबार भी करते हैं। शनिवार की रात तकरीबन साढ़े दस बजे शिवा त्रिपाठी टाटा सफारी चालक अमित यादव निवासी रहिमापुर गांव के साथ सहसों से घर जा रहे थे। टाटा सफारी जैसे ही पटेलनगर गांव के पास पहुंची। लाल रंग की बाइक से आए बदमाशों ने टाटा सफारी पर फायरिंग शुरू कर दी। बाइकसवार बदमाशों ने सफारी पर पिस्टल से एक के बाद एक चार गोलियां चलाईं।
संयोग ही था कि एक भी गोली किसी को लगी नहीं। चारों कारतूस के खोखे गाड़ी के भीतर से बरामद किए गए हैं। आनन-फानन टाटा सफारी चालक गाड़ी लेकर वहां से भाग निकला और अधिवक्ता समेत सीधे झूंसी थाने पहुंचा। इंसपेक्टर झूंसी नरेंद्र प्रसाद अधिवक्ता को साथ लेकर मौके पर पहुंचे। पुलिस के मुताबिक शिवा प्रापर्टी डीलिंग का कारोबार भी करते हैं। हमले की वजह जमीन के कारोबार में पैसे की लेन-देन को बताया गया है। अधिवक्ता की ओर से हमलावरों के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी गई।