आयकर विभाग के निशाने पर आए एसीई समूह के अध्यक्ष सह-प्रबंध निदेशक (सीएमडी) अजय चौधरी उर्फ संजू चौधरी की अखिलेश यादव सरकार में पांच साल तक तूती बोलती रही। उस समय एनसीआर में अजय मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का सबसे खास माना जाता था। कई सेक्टरों के कुछ हिस्सों की जमीन उसने पहले अपने नाम कराई, फिर दूसरे बिल्डरों को बेची या फिर उनसे साझेदारी की। करीब 24 कंपनियों वाले इस समूह का टर्न ओवर पांच हजार करोड़ से ज्यादा है। सूत्र बताते हैं कि सपा कार्यकाल में अजय बिल्डरों का बेताज बादशाह माना जाता था। जिस बिल्डर ने जहां जमीन मांगी, अजय ने अपने अधिकारी व नेता कनेक्शन के माध्यम से उसे वहीं जमीनें दिला दीं थीं। नोएडा प्राधिकरण में ही तैनात रहे एक पूर्व एसीईओ से भी अजय के काफी अच्छे संबंध रहे हैं। ग्रेटर नोएडा के बीटा-1 से प्रोजेक्ट शुरू करने वाले समूह ने ग्रेनो वेस्ट, सेक्टर-76, सेक्टर-71, सेक्टर-150, कोंडली के पास और जेपी अमन के पास कई प्रोजेक्ट पर काम किया है।एक दशक से भी अधिक समय में अग्रणी रियल एस्टेट डेवलपर्स ग्रुप के रूप में एसीई उभरा है। 2010 में स्थापित समूह ने लगभग 8 लाख वर्ग मीटर के क्षेत्र को कवर करने वाली परियोजनाओं को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। लगभग 12 लाख वर्ग मीटर निर्माणाधीन है। समूह की पूर्ण आवासीय परियोजनाओं में एसीई प्लेटिनम, एसीई सिटी, एसीई एस्पायर और एसीई गोल्फशायर शामिल हैं, जबकि इसी ग्रुप की एसीई पार्कवे, एसीई मेडले एवेन्यू और एसीई डिविनो विकास की ओर हैं। इनके अलावा समूह ने ग्रेटर नोएडा में 100 एकड़ टाउनशिप ‘गोल्फ लिंक’ के लिए गोदरेज प्रॉपर्टीज लिमिटेड के साथ भागीदारी की है। सेक्टर 150, नोएडा में गोदरेज पाम रिट्रीट, गोदरेज के साथ एस ग्रुप की एक दूसरी संयुक्त परियोजना है