भारत निर्वाचन आयोग ऐसी नयी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनें (ईवीएम) खरीदने वाला है जो उनके साथ छेड़छाड़ होते ही काम करना बंद कर देंगी. गौरतलब है कि हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों के दौरान कुछ दलों द्वारा ईवीएम में हेरफेर के आरोप लगाये जाने के बाद यह कदम उठाया जा रहा है.
एम3 श्रेणी की इन नई मशीनों में मशीनों के सही होने की पहचान करने की क्षमता भी होगी.
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इन मशीनों में परस्पर सत्यापन प्रणाली भी होगी. यानि यदि पहले से तय किन्हीं दो पक्षों के अलावा अन्य कोई भी उनमें बदलाव का प्रयास करेगा तो वह पकड़ा जाएगा.
नई मशीनों की खरीद में लगभग 1,940 करोड़ रूपए का खर्च आएगा. ये मशीनें मुमकिन है कि 2018 से काम करने लगेंगी.