मंदसौर: मध्य प्रदेश के मंदसौर में भड़की किसान आंदोलन की आग एमपी के दूसरे जिलों को भी झुलसा रही है. हालांकि आज प्रशासन ने पिछले कई दिनों से लगे कर्फ्यू में थोड़ी ढील बरतने की बात कही है. प्रशासन का कहना है कि लोग रोजमर्रा की चीजें खरीदने के लिए बाजार जा सकते हैं. किसान आंदोलन के दौरान यहां हुई हिंसा के बाबत 56 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 100 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है. पुलिस प्रशासन ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बात की जानकारी दी है.
- एमपी के रायसेन में कर्ज में डूबे एक किसान ने जहर खाकर जान दे दी है. बताया जा रहा है कि इस किसान पर करीब दस लाख रुपए का कर्ज था.
- किसानों की हिंसा से प्रभावित मंदसौर नगर और पिपलिया मंडी में स्थिति में सुधार होने पर प्रशासन ने इन इलाकों में आज दिनभर के लिए कफ्र्यू में ढील दे दी है.
- पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह ने कहा कि अधिकारियों ने स्थिति में सुधार होने पर सुबह 10 बजे से शाम छह बजे तक कफ्र्यू में ढील देने का फैसला किया है.
- पुलिस ने कहा कि कफ्र्यू में दी गई ढील की अवधि में किसी प्रदर्शन, रैली या धरने की इजाजत नहीं होगी.
वहीं कल शाजापुर में आगजनी की घटनाओं के बाद धारा 144 लगानी पड़ी. धार और राजगढ़ से भी हिंसा की खबरें आईं. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने किसानों से शांति बनाए रखने की अपील की है.
एमपी के मंदसौर और देवास के बाद अब शाजापुर में भी किसानों का प्रदर्शन हिंसक हो गया है. मुंबई-आगरा हाईवे पर किसानों ने दो मोटर साइकिल और एक ट्रक में आग लगा दी. हिंसक हुए किसानों ने एसडीएम पर भी पथराव किया. भीड़ को काबू में करने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़ने पड़े.
शाजापुर में सख्ती दिखाते हुए शाजापुर में धारा 144 लागू कर दी गई है. साथ ही सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट डालने या उसे शेयर या लाइन करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.