वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि नोटबंदी के बाद अर्थव्यवस्था को कोई नुकसान नहीं हुआ है. वित्त मंत्री ने आंकड़े पेश किए जिसके हिसाब से नोटबंदी के बाद राजस्व बढ़ा है. वित्त मंत्री ने ये भी कहा है कि कई क्षेत्रों में कारोबार भी बढ़ा है और खेती को भी कोई नुकसान नहीं हुआ है.
जेटली ने कहा, ”नए नोट जारी करने का काम काफी आगे बढ़ चुका है, कहीं से अशांति की कोई खबर नहीं है. रिजर्व बैंक के पास बहुत अधिक मात्रा में नोट उपलब्ध हैं, मुद्रा का बड़ा हिस्सा बदला जा चुका है और 500 रुपये के और नये नोट जारी किए जा रहे हैं.”
वित्त मंत्री ने कहा, “बैंकों की कर्ज देने की क्षमता बढ़ी है. 19 दिसंबर तक प्रत्यक्ष कर संग्रह में 14.4 प्रतिशत, अप्रत्यक्ष कर संग्रहण में 26.2 प्रतिशत की वृद्धि. केंद्रीय उत्पाद शुल्क की वसूली की वृद्धि 43.3 प्रतिशत तथा सीमा शुल्क वसूली की वृद्धि 6 प्रतिशत हो गई.”
नोटबंदी से किसानों को हुए फायदे की बात करते हुए वित्मंत्री ने कहा, ”रबी की बुवाई पिछले साल से 6.3 प्रतिशत अधिक हुई है. जीवन बीमा क्षेत्र का कारोबार बढ़ा, पेट्रोलियम उपभोग में वृद्धि. इसी तरह पर्यटन उद्योग और म्युचुअल फंड योजनाओं में निवेश में भी वृद्धि हुई है.”
वित्तमंत्री ने कहा, “नये नोट जारी करने का सबसे अहम दौर पूरा हो गया है, अब स्थिति में काफी सुधार हो रहा है. आरबीआई के पास पर्याप्त करेंसी है. आने वाले कुछ सप्ताहों में स्थिति में सुधार होगा.”
वित्त मंत्री ने कहा, “नोटबंदी पर आलोचक गलत साबित हुए नोटबंदी का एकाध तिमाही में आर्थिक वृद्धि पर प्रतिकूल असर पड़ सकता था था हालात इतने बुरे नहीं जितना कि कहा जा रहा था.”