दिल्ली पुलिस और एनएसजी को मानें तो गाजीपुर फूल मंडी से बरामद विस्फोटक इतना शक्तिशाली था कि अगर फट जाता तो करीब 40 मीटर एरिया को तबाह कर देता। अधिकारियों के अनुसार बम का वजन दो से तीन किलोग्राम था। खास बात यह है कि जहां स्कूटी खड़ी थी उस जगह को सीसीटीवी कैमरा कवर नहीं कर रहा है। बताया जा रहा है कि आरडीएक्स व अमोनियम नाइट्रेट से मिलकर बम को बनाया गया है और ये लोहे के तिकोने बॉक्स में रखा हुआ था। आरडीएक्स के इस्तेमाल होने से लग रहा है कि यह आतंकी वारदात है। बम से सफेद सा पाउडर निकल रहा था। स्पेशल सेल के एक अधिकारी ने बताया कि बम को निष्क्रिय करने की पूरी कार्रवाई एनएसजी ने की है और एनएसजी ने अभी कोई जानकारी शेयर नहीं की है।
स्पेशल सेल के एक अधिकारी व एक दुकानदार ने बताया कि अनुपम नाम का व्यक्ति संक्रांति के मौके पर गाजीपुर मंडी में फूल खरीदने शुक्रवार सुबह आया था। फूल खरीदकर अनुपम जब वापस जाने लगा तो उसने स्कूटी पर बैग रखा देखा। उसने दुकानदारों से बैग के बारे में पूछा। दुकानदारों ने बैग की जानकारी होने के बारे में मना किया। दुकानदार अनुपम को बोले की वह बैग को छोड़कर चला जाए, मगर अनुपम मौके से गया नहीं। इसके बाद अनुपम ने इसकी सूचना 100 नंबर पर दी। गाजीपुर थाने से बीट अफसर विनीत मौके पर पहुंचे। उसने बैग को खोलकर देखा तो उसमें लोहे का बॉक्स व कुछ तार दिखाई दिए। बीट अफसर को कुछ संदिग्ध लगा और उसने जिले के बम निरोधक दस्ते को मौके पर बुलाया। बम निरोधक दस्ते को भी बैग में संदिग्ध पदार्थ व बैटरी आदि दिखाई दिए। इसके बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल व एनएसजी की सूचना दी गई।