एक महिला की कोविड-19 से मौत होने के बाद श्मशान-घाट में अतिंम संस्कार किया जा रहा था। महिला के बेटे ने मां के चेहरे के अंतिम बार दर्शन करना चाहा तो श्मशान-घाट पर तैनात एक कर्मचारी ने इसके लिए 5,000 रुपये की मांग की। ओडिशा के क्योंझार जिले के कृष्णापुर गांव की रहने वाली महिला को कोरोना से संक्रमित होने के बाद जिला प्रशासन की ओर से संचालित कोविड-अस्पताल में भर्ती कराया गया था। महिला की मौत के बाद उसके शव को अस्पताल प्रबंधन की ओर से घर वालों को सौंपे जाने के बाद श्मशान-घाट पर लाया गया था।
शव का चेहरा दिखाने के लिए घूस की मांग करने वाली ये पूरी घटना कैमरे में कैद हो गई। ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान अधिक संख्या में मौतों की वजह से श्मशान-गृहों में अंतिम संस्कार के लिए भी बारी का इंतजार करना पड़ रहा था। उसी वक्त की ये घटना है। श्मशान-के एक कर्मचारी को वीडियो में ये कहते सुना जा रहा है कि ‘अगर तुम 5,000 रुपये दोगे, तभी मैं चेहरा पूरी तरह देखने दूंगा, नहीं तो जैसे शव पीपीई किट में पैक मिला है, वैसे ही उसका अंतिम संस्कार कर दूंगा।’
घूस मांगने वाले को जब पता चला कि उसकी बातचीत मृतक महिला के बेटे की ओर से मोबाइल में रिकॉर्ड की जा रही है, तो उसने इस पर सवाल किया। इस पर महिला के बेटे ने जवाब दिया, ‘अगर मैं अपनी मरी हुई मां का सिर्फ चेहरा देखने के लिए 5,000 रुपये दे रहा हूं तो मैं इसे रिकार्ड भी करूंगा और इंटरनेट पर अपलोड भी करूंगा, चाहे इसके लिए मुझे जेल ही क्यों न जाना पड़े।’ सोशल मीडिया पर वीडियो आने पर क्षेत्र के लोगों ने श्मशान-घाट के कर्मचारी के बर्ताव पर गहरी नाराजगी जताई।
वहीं क्योंझार के जिला कलेक्टर आशीष ठाकरे ने कहा कि, हमें इस तरह का एक वीडियो मिला है, मैंने इस पर जांच के आदेश दिए हैं। जांच पूरी होने के बाद उपयुक्त कार्रवाई की जाएगी।