धर्म और अध्यात्म का नगरी वाराणसी में इन दिनों चुनावी मौसम गर्म है। समाजवादी पार्टी नेताओं की रिपोर्ट के आधार पर पार्टी हाईकमान वाराणसी में विधानसभावार टिकट तय करेगी। पिछले दिनों पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने विधानसभा अध्यक्ष, जिले और महानगर के पदाधिकारियों से फीडबैक मांगा था।
माना जा रहा है कि समीकरणों और फीडबैक के आधार पर टिकट दिए जाएंगे। अपना दल कमेरावादी और सुभासपा से गठबंधन के बाद कौन-कौन सी विधानसभा की सीटें गठबंधन के खाते में जाएंगी। यह अभी तय नहीं हो पाया है।पार्टी के जिलाध्यक्ष सुजीत यादव ने कहा कि पिछले दिनों जो आवेदन आए थे। इस संबंध में रिपोर्ट भेज दी गई है। पार्टी हाईकमान को टिकट तय करना है। पार्टी जिसे भी टिकट देगी, संगठन उसके लिए जी जान से लड़ेगा। महानगर अध्यक्ष विष्णु शर्मा ने कहा कि महानगर के तीन विधानसभा में उत्तरी, दक्षिणी, कैंट में कई दावेदार हैं। अब जब टिकट की घोषणा होगी, तभी कुछ कहा जा सकता है।सपा सरकार में मंत्री रहे सुरेंद्र पटेल ने कहा कि वाराणसी में अंतिम चरण में मतदान होना है। यहां का टिकट अंतिम में ही फाइनल होगा। पार्टी हाईकमान जिसको टिकट देगी, हम लोग उसे मिलकर लड़ाएंगे। सपा एमएलसी आशुतोष सिन्हा ने कहा कि पार्टी के पास हर विधानसभा की रिपोर्ट है। पार्टी हाईकमान ही टिकट तय करेगी। यहां अंतिम चरण में मतदान होने से नामांकन से पहले टिकट की घोषणा होगी।वाराणसी पर राजनीतिक दलों का जोर ज्यादायूपी विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारी तेज कर दी है। वाराणसी प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र होने की वजह से इस पर राजनीतिक दलों का जोर ज्यादा है। यही वजह है कि सोच समझकर प्रत्याशियों का चयन किया जा रहा है। अब तक कांग्रेस ने दो जबकि आम आदमी पार्टी ने चार सीटों पर प्रत्याशियों का नाम घोषित कर दिया है। लोगों की निगाहें भाजपा और सपा पर टिकी है।