मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा चुनाव लड़ने की मंशा जताई तो उनके लिए प्रदेश में प्रभावशाली सीट कौन सी होगी? इस पर लगातार छह माह से संगठन में मंथन के बाद अब अयोध्या पर आकर तलाश पूरी होती दिख रही है। इसी के साथ अब यहां मुख्यमंत्री और संगठन दोनों की टीमें सक्रिय भी हो गई हैं।
कार्यकर्ताओं के मन की थाह लेने सीएम के सलाहकार संजीव सिंह बैठक कर रहे हैं, तो अयोध्या विधायक के बाद जिलाध्यक्ष व महानगर अध्यक्ष भी लखनऊ जाकर सीएम को न्योता दे चुके हैं। चुनाव कार्यालय की तलाश और वोटर लिस्ट को अपडेट करने में खास लोगों की भूमिका साफ संकेत दे रही है कि योगी गोरखपुर या कहीं अन्य सीट से ज्यादा श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या से चुनाव लड़ने का मन बना चुके हैं।
गोरखपुर सीट को लेकर भी चर्चा रही, लेकिन समर्थक कहते हैं कि इस सीट पर डॉ. अग्रवाल को हटाकर योगी आदित्यनाथ खुद प्रत्याशी नहीं बनना चाहते हैं। इसके बाद गोरखपुर के लोग पिपराइच सीट को विकल्प मानते हैं, लेकिन अब संगठन में सीएम के लिए अयोध्या ज्यादा प्रभावकारी मानी जा रही है। भाजपा जिलाध्यक्ष संजीव सिंह कहते हैं कि वे और महानगर अध्यक्ष अभिषेक मिश्र लखनऊ जाकर मुख्यमंत्री से मिल आए हैं।एक सप्ताह में पूरी स्थिति साफ हो जाएगी। अयोध्या सीट से भाजपा विधायक वेदप्रकाश गुप्त कहते हैं कि वे तो छह माह पहले ही उनसे मिलकर बाकायदा लिखित आग्रह कर चुके हैं कि 500 साल के अभिशाप से मुक्त हुई अयोध्या को योगी जैसा महानायक ही चाहिए।