एटा के जैथरा थाना क्षेत्र के दो गांवों में वर्चस्व की जंग लंबे समय से चली आ रही है। ताजा मामले में अनुसूचित जाति की दो महिलाओं से सरसों के खेत में खींचकर सामूहिक दुष्कर्म किया गया। वहीं आरोपी पक्ष के घर में घुसकर हथियारों की नोंक पर एक महिला को सामूहिक दुष्कर्म का शिकार बनाया गया। दोनों ही पक्षों की ओर से सामूहिक दुष्कर्म के केस थाने में रविवार को दर्ज कराए गए हैं।
अनुसूचित जाति की महिलाओं का आरोप है कि वह खेतों पर गईं थीं, तभी दूसरे पक्ष के छह लोगों ने सरसों के खेत में खींच लिया और सामूहिक दुष्कर्म किया। विरोध करने पर पिटाई कर धारदार हथियारों से चोटें भी पहुंचाई गईं। वहीं दूसरे पक्ष की महिला का आरोप है कि शनिवार को अनुसूचित जाति के छह लोग हथियार लेकर घर में घुस आए। तमंचे से हत्या करने के इरादे से फायर किए गए और दो लोगों ने दुष्कर्म किया। चीख-पुकार मचने पर जेठानी बचाने आई तो उसके भी कपड़े फाड़ डाले।
अपर पुलिस अधीक्षक धनंजय सिंह कुशवाह ने कहा कि मामला राजनीतिक है और दोनों पक्षों में मारपीट हुई है। तहरीर बढ़ा-चढ़ाकर दी गई है। उसी के आधार पर दोनों पक्षों का मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की जांच की जा रही है। सत्य के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।