श्रीनगर में चिनार कोर के प्रवक्ता कर्नल एमरॉन मौसवी ने बताया कि मिशन पर निकले हेलिकॉप्टर का गुजरान, बरौब में अग्रिम चौकी से संपर्क टूट गया था। इसके बाद सेना ने तलाशी अभियान चलाया। दुर्घटनाग्रस्त हुए हेलिकॉप्टर का मलबा बांदीपोरा में बर्फ से ढके गुजरान नाला क्षेत्र में मिला। मरने वाले सह पायलट की पहचान मेजर संकल्प यादव (29) के तौर पर हुई है। उन्होंने 92 बेस अस्पताल श्रीनगर में दम तोड़ा, जबकि घायल पायलट की हालत स्थिर है। उनका इलाज उधमपुर के कमान अस्पताल में चल रहा है।
प्रवक्ता के मुताबिक हेलिकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारणों का पता लगाया जा रहा है। राजस्थान के जयपुर के रहने वाले मेजर संकल्प यादव 2015 में कमीशन हुए थे। अब उनके घर में पिता ही रह गए हैं। बीएसएफ के महानिरीक्षक(कश्मीर फ्रं टियर) राजा बाबू सिंह ने कहा कि मैं ऐसे कठिन अभियान चलाने वाले पायलटों के समर्पण और बहादुरी को सलाम करता हूं। चीता के दुर्घटनाग्रस्त होने के तुरंत बाद सेना ने बचाव अभियान शुरू किया और एक उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर और सैनिकों को इस अभियान के लिए तैनात किया। दोनों पायलटों को बाहर निकाल लिया गया था लेकिन मेजर यादव को अस्पताल पहुंचने पर मृत घोषित कर दिया गया।