लखनऊ. राहुल गांधी पर सोमवार को जूता फेंका गया। कांग्रेस वाइस प्रेसिडेंट उत्तर प्रदेश में किसान यात्रा कर रहे हैं। इसी दौरान सोमवार दोपहर सीतापुर में पीछे से एक शख्स ने उन पर जूता उछाला। आरोपी को हिरासत में लिया गया है। उससे पूछताछ की जा रही है। राहुल ने घटना के पीछे आरएसएस-बीजेपी का हाथ बताया है। राहुल पर जूता उछालने वाले शख्स ने क्या कहा
आरोपी ने कहा- ”मारा इसलिए है, क्योंकि 60 साल से इन्होंने देश को गर्त में डाल दिया है।”
”दो साल हो गया है पत्रकारिता करते हुए। इतना परेशान हो चुके हैं, जिसका जवाब नहीं है।”
”जूता इसलिए मारा, क्योंकि ये कह रहे हैं कि बिजली हाफ, किसान का कर्ज माफ। 60 साल जब सत्ता में राज किया, तब इन्होंने माफ क्यों नहीं किया।”
राहुल ने क्या कहा?
राहुल ने कहा, “जब कांग्रेस ने बिहार में नीतीश जी और लालू जी के साथ गठबंधन किया तो मुलायम जी ने बीजेपी के खिलाफ लड़ाई में हमारा साथ नहीं दिया।”
“हम बीजेपी से लड़ेंगे। हम गरीबों की, किसानों की और मजदूरों की सरकार यूपी और हिंदुस्तान में बनाएंगे।”
“आज मोदी जी ने कहा कि वो इंटरनेट के जरिए किसानों से बात करेंगे। किसान और मोदी जी के बीच दूरी 2000 किमी होगी। मोदी जी किसानों से गले मिलने से डरते हैं क्या? इंटरनेट से बात करने का क्या मतलब है?”
“प्रधामनंत्री जी किसानों के घर जाने से डरते हैं। हमारा मकसद है कि हमारा प्रधानमंत्री अपने घर से बाहर निकलें और किसानों, मजदूरों से बात करें। उनसे पूछें कि उन्हें क्या तकलीफ है।”
- “आप अगर देश के लोगों से मिलने को तैयार नहीं हैं, उनका पसीना छूने को तैयार नहीं हैं, तो आप किस बात के प्रधानमंत्री हैं?’ ‘मन की बात बहुत हो गई, अब आप लोगों की मन की बात सुनने को तैयार हों।’ राहुल ने कहा, ‘जितने भी जूते फेंकना चाहते हो, फेंको मेरे ऊपर। मैंने जो काम करना है, करूंगा। मैं पीछे हटने वाला नहीं हूं। आरएसएस और बीजेपी के जो लोग हैं, उनके अंदर गुस्सा है। उस गुस्से के कारण आप मुझे जूते मार रहे हो, लेकिन मेरे अंदर गुस्सा नहीं है।’ ‘मुझे आपके जूते से, गुस्से से कोई फर्क नहीं पड़ता है। आपका जितना भी गुस्सा है, मुझे काम करने से रोक नहीं सकता है।’
‘बीजेपी और आरएसएस की विचारधारा से मैं डरता नहीं हूं।’
राहुल के बयान से ज्यादा खाट की लूट की रही चर्चा पहले फेज में राहुल गांधी ने करीब 2229 किमी की यात्रा की, जिसमें उन्होंने कई जगह पर किसानों के साथ खाट सभा की। हर जगह उन्होंने मोदी पर ही निशाना साधा, लेकिन मोदी पर दिए गए उनके बयान से ज्यादा उनकी खाट सभा के बाद हुई खाट लूट की चर्चा रही। इतना ही नहीं, विपक्ष ने भी उनकी खाट सभा में हुई खाट लूट को ही अपना हथियार बनाकर उन पर हमला किया। इस दौरान उन्होंने 12 रोड शो, 17 खाट सभाओं और 500 छोटी सभाओं को ऐड्रेस किया