नगर निगम की व्यवस्था पर सवाल उठने के बाद रविवार को नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी बैकुंठ धाम का निरीक्षण करने पहुंचे। उनका कहना है कि लखनऊ में कोविड-19 केसों के साथ मुत्यु दर में भी वृद्धि हो रही है। इसकी वजह से शवदाह गृह पर बड़ी संख्या में शव आ रहे हैं। इसकी वजह से शवों के अंतिम संस्कार में देरी का सामना करना पड़ रहा था। शनिवार को 20 प्लेटफॉर्म बनवा कर लकड़ियों से कोरोना संक्रमित शवों का अंतिम संस्कार शुरू करा दिया गया था। इससे शाम 4 बजे तक सभी शवों का अंतिम संस्कार हो गया। अब भैंसाकुंड पर 50 नए शवदाह प्लेटफॉर्म बनवाने का काम शुरू करा दिया गया है। वहीं गुलालाघाट पर भी 20 प्लेटफॉर्म का काम रविवार को शुरू करा दिया गया।
नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि कोविड-19 शवों के दाह संस्कार के लिए कर्मचारियों की व्यवस्था करने में भी कठिनाई आ रही थी। कर्मचारियों के माध्यम से शव को चिता पर ले जाया जाता है। कोविड-19 संक्रमण के चलते अब 100 कर्मचारी यहां बढ़ाए गए हैं। अब दो पाली में उनकी ड्यूटी यहां रहेगी। सफाई के लिए अलग से कर्मचारी रहेंगे। वहीं पीने के पानी के लिए भी नया वाटर कूलर लगा दिया गया है।