बिहार में नीतीश कुमार के बीजेपी के साथ सरकार बनाते ही अटकलें तेज थी कि शरद यादव केंद्र सरकार में मंत्री बन सकते हैं. लेकिन इसी बीच शरद यादव ने दिल्ली में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की है. वहीं उन्होंने अपने घर पर शाम 5 बजे अपने घर पर बैठक बुलाई है, बैठक में बीजेपी के साथ सरकार बनाने का विरोध करने वाले नेता अली अनवर और विरेंद्र कुमार शामिल होंगे.
सुबह ही की थी बगावत
राज्यसभा सांसद अली अनवर के बाद अब जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव ने नीतीश कुमार के फैसले को गलत बताया है. सूत्रों की मानें, तो शरद यादव का कहना है महागठबंधन तोड़कर बीजेपी के साथ सरकार बनाने का नीतीश का फैसला जल्दबाजी में लिया गया है. इससे बिहार में गलत संदेश जाएगा. आपको बता दें कि जेडीयू में 5 मुस्लिम विधायक हैं, तो वहीं 11 विधायक यादव समुदाय से हैं. हालांकि जेडीयू नेता केसी त्यागी ने शरद यादव से फोन पर बात की है, उन्हें मनाने की कोशिश की है.
जेडीयू के राज्यसभा सांसद अली अनवर ने कहा कि नीतीश कुमार अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनकर बीजेपी के साथ सरकार बना रहे हैं, लेकिन मेरी अंतरात्मा इस बात को नहीं मानती है. अगर मुझे अपनी बात कहने का मौका मिलेगा, तो मैं पार्टी के मंच पर अपनी बात जरूर रखूंगा.
अली अनवर बोले कि पिछले काफी दिनों से बीजेपी के साथ जाने के संकेत मिल रहे थे, 23 जुलाई को नेशनल काउंसिल की बैठक होनी थी लेकिन रद्द कर दी गई. अगर मैं बैठक में होता तो इस बात को जरूर सामने रखता.
देर रात हुई BJP-JDU की साझा बैठक
बुधवार को बीजेपी और जेडीयू के विधायकों की साझा बैठक भी हुई. जिसमें नीतीश कुमार को विधायक दल का नेता चुना गया. नीतीश के शपथ ग्रहण समारोह में पीएम मोदी भी शामिल हो सकते हैं. बिहार में कुछ ही घंटों में राजनीतिक घटनाक्रम पूरी तरह से बदल गया है.
बुधवार शाम नीतीश कुमार ने जेडीयू नेताओं के साथ बैठक की और उसके बाद सीधे राजभवन पहुंच गए. नीतीश ने यहां राज्यपाल को अपना त्यागपत्र सौंप दिया. सुशील मोदी ने कहा कि उन्हें नीतीश कुमार के नेतृत्व में पूरा भरोसा और उनकी सरकार को बीजेपी समर्थन करेगी. सुशील मोदी ने कहा है कि बीजेपी जेडीयू के साथ मिलकर सरकार में शामिल रहेगी.
देर रात राजद का मार्च
दूसरी ओर राजद ने तेजस्वी यादव की अगुवाई में देर रात राजभवन तक मार्च किया. आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार के राज्यपाल के पास संविधान बचाने का ऐतिहासिक मौका है. सरकार बनाने का न्योता नीतीश को देने और शपथ ग्रहण का समय सुबह दस बजे ही कर देने के विरोध में आरजेडी और कांग्रेस के विधायकों ने राजभवन तक मार्च किया. यह मार्च आरजेडी नेता तेजस्वी और तेजप्रताप के नेतृत्व में हुआ. तेजस्वी के साथ पांच आरजेडी नेता राज्यपाल से मिले. पूरे बिहार में आरजेडी आज विरोध प्रदर्शन करेगी.