उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के चौरी चौरा थाना क्षेत्र के बंसहिया गांव में संपत्ति के लालच में बुधवार रात सीआरपीएफ में सिपाही रहे राम सिपाही की पत्नी बादामी देवी (61) की उनके भसुर ने ही गड़ासी से गला काटकर हत्या कर दी। आरोप है कि भसुर और उसके बेटों ने मिलकर वारदात की।
हत्या की खबर पाते ही चौरी चौरा इंस्पेक्टर सूर्यभान सिंह फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे, लेकिन आरोपित परिवार संग घर छोड़कर भाग गए थे। बाद में पुलिस ने मुख्य आरोपित गामा यादव को गिरफ्तार कर लिया।
जानकारी के मुताबिक, बंसहिया गांव के 70 वर्षीय राम सिपाही यादव सीआरपीएफ में सिपाही के पद से रिटायर हुए थे। उनको कोई औलाद नहीं है। वह पत्नी बादामी देवी के साथ अपने छोटे भाई राजपति के साथ रहते थे। मंगलवार को बीमारी से राम सिपाही यादव की मौत हो गई थी।
बुधवार शाम क्रियाकर्म की औपचारिकता की जानी थी। घर पर दूध का भात लगा था। इसमें राम सिपाही के बड़े भाई गामा यादव का परिवार भी शामिल हुआ था। दोर रात बादामी देवी, देवर राजपति के साथ पत्तल लेकर घर से बाहर निकलीं।
आरोप है कि इसी दौरान भसुर और उनके बेटों ने हमला कर दिया और गड़ासी से गला काटकर बादामी देवी को मौत के घाट उतार दिया। घटना की सूचना मिलते ही एसपी क्राइम अशोक वर्मा, सीओ चौरी चौरा रचना मिश्रा और थानेदार सूर्यभान सिंह, पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने घटनास्थल का जायजा लेने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मुख्य आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
घटना के पीछे संपत्ति वजह बताई जा रही है। पुलिस के मुताबिक बादामी देवी अपने छोटे देवर राजपति के साथ रहती थीं। इससे भसुर गामा यादव नाराज था। भसुर को आशंका थी कि बादामी देवी सारी संपत्ति छोटे भाई राजपति को दे देंगी। इसी खुन्नस में उसने बादामी देवी की हत्या कर दी। पुलिस मामले का मास्टर माइंड गामा यादव व उसके परिजनों को मान रही है। जांच भी इसी दिशा में आगे बढ़ रही है।