भाई वैभव शर्मा ने बताया कि आईटी कंपनी में काम करते थे। रविवार की शाम माता और पिता को इंदिरापुरम ले जा रहे थे। सेक्टर-62 अंडरपास पार करते ही एक सफेद वर्दी में खड़े यातायात कर्मी ने गाड़ी रोकने को कहा।
इस पर गौरव ने साइड में कार लगा दी। जिसके बाद यातायात कर्मी ने कार की बोनट पर तीन से चार डंडे बजा दिए। इस पर गौरव की कार से उतरने के बाद नोकझोंक होने लगी, तभी अचानक गौरव सड़क पर गिर गए। यह देखकर ट्रैफिक पुलिस कर्मी मौके से फरार हो गया।
आरोप है कि पिता राहगीर की मदद से उन्हें फोर्टिस अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर ने कार में ही उनकी जांच कर वापस भेज दिया। इसके बाद उसे कैलाश अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
रविवार रात को यह घटना संज्ञान में आई थी। इस मामले का पता करवाया था। सेक्टर-62 के आस-पास वाहन चेकिंग करने वाले ट्रैफिक पुलिसकर्मी से बात की थी, लेकिन ऐसी किसी घटना से मना कर दिया। मॉडल टाउन, काला पत्थर, छिजारसी समेत एनएच-24 पर यूपी गेट से लाल कुंआ तक गाजियाबाद ट्रैफिक पुलिसकर्मी तैनात रहते हैं।