बरसात के चलते जिला महिला अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड, ऑपरेशन रूम के साथ इमरजेंसी की छत का प्लास्टर टूटकर नीचे गिर गया। एसएनसीयू, ओटी, इमरजेंसी में पानी भर गया। भवन में करंट दौड़ने लगा। सप्लाई बंद कराने के बाद सीएमएस ने आननफानन में सभी नवजातों को प्रयागराज रेफर कर दिया। खबर मिलते ही सीएमओ भी पहुंचे। जांचकर मरम्मत कराने का आदेश दिया।जिला महिला अस्पताल का भवन पूरी तरह जर्जर हो गया है। जर्जर भवन में एसएनसीयू, ऑपरेशन रूम और इमरजेंसी कक्ष के साथ ही लेबर रूम का संचालन होता है। दो दिनों से हो रही बरसात के चलते शुक्रवार भोर में करीब तीन बजे एसएनसीयू वार्ड का प्लास्टर टूटकर गिर गया। पानी टपकने लगा। इससे डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मचारी परेशान हो गए।
आनन फानन में एसएनसीयू में भर्ती 11 बच्चों को प्रयागराज रेफर कर दिया गया। वहीं ओटी का प्लास्टर टूटकर गिर गया। यहां बैठी एक प्रसव पीड़िता बाल-बाल बची। इसी बीच अस्पताल के भवन में करंट दौड़ने लगा। इससे डॉक्टर, नर्स और स्वास्थ्य कर्मचारी के साथ मरीज व तीमारदार परेशान हो गए। सीएमएस ने तत्काल डीएम के साथ सीएमओ को जानकारी देते हुए विद्युत आपूर्ति ठप करवा दी।
तब कहीं जाकर मरीजों के साथ तीमारदारों ने राहत की सांस ली। सीएमएस रीना प्रसाद ने इमरजेंसी में मरीजों को भर्ती करने पर रोक लगा दी। सूचनए पर सीएमओ पहुंचे और जायजा लिया।
किसी की जान का नुकसान न हो, इसलिए प्रयास में लगे हैं कि जल्द से जल्द सौ बेड के अस्पताल में महिला अस्पताल को शिफ्ट करवा दिया जाए। इसके लिए एडी और डीएम से अनुमति मांगी गई है।
डॉक्टर एके श्रीवास्तव, सीएमओ।