भारतीय सैनिकों को कश्मीर में आतंक के खिलाफ बड़ी कामयाबी मिली है. सेना ने त्राल एनकाउंटर में तीन आतंकियों को मार गिराया है. मारे गए तीनों आतंकी जैश ए मोहम्मद से जुड़े थे. मारे गए आतंकियों में एक पाकिस्तानी था जबकि बाकी दो कश्मीर के रहने वाले थे.
अमरनाथ यात्रा पर फिर हमले की फिराक में थे
पाकिस्तान आतंकी का नाम हसन भाई और बाकी दो का नाम मुख्तयार बमद और परवेज अहमद है. ये तीनों एक बार फिर अमरनाथ यात्रा पर हमला करने की फिराक में थे. कुछ दिन पहले ही कुछ दिन पहले ही त्राल में लश्कर कमांडर अबू दुजाना और जाकिर मूसा की सीक्रेट मीटिंग हुई थी. माना जा रहा है कि ये तीनों भी इस मीटिंग में शामिल हुए थे. त्राल में हिजबुल के पांव उखड़ने के बाद जैश यहां अपनी पैठ जमाना चाह रहा है.
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40 फीट गुफा में जी रहे थे ऐश की जिंदगी
पिछले एक महीने से ये तीनों आतंकी त्राल के जंगलों में एक पहाड़ी के ऊपर 30-40 फीट बड़ी गुफा में रह रहे थे. एनकाउंटर के बाद इस गुफा ती तलाशी ली गई तो सबसे होश उड़ गए. इस गुफा में आतंकियों के रहने पीने और खाने का शानदार इंतजाम था. इस गुफा में एक महीने का राशन रखा मिला. साथ ही गुफा के अंदर बाकयदा पूरा घर बना हुआ था. कमरे बने थे, सोफा भी था. इसके सथा ही सोने के लिए योगा-मैट और प्राईवेसी के लिए पर्दे टंगे हुए थे.
गुफा से बाहर निकालने के लिए टियर गैस का इस्तेमाल
एनकाउंटर के दौरान मारे गए पाकिस्तानी आतंकी ने सुरक्षाबलों पर एलपीजी सिलेंडर फेंका. इसके बाद वो अपने हाथ में ग्रेनेड लेकर निकला और सुरक्षाबलों को गालियां देते हुए फायरिंग करने लगा. इस दौरान सेना ने उसे वहीं ढेर कर दिया. इसके बाद बाकी दो आतंकी भी मारे गए. बाकी दो आतंकियों को बाहर निकालने के लिए पुलिस ने टियर-गैस और स्मोक का इस्तेमाल किया.
सीआरपीएफ कैंप पर किया था ग्रेनेड से हमला
पिछले महीने त्राल में सीआरपीएफ के दो कैंपों पर ग्रेनेड से हमला हुआ था. इस हमले में एक दर्जन से ज्यागा जवान घायल हुए थे. ये ग्रेनेड हसन और मुख्तयार ने ही फेंके थे. मारे गए आतंकियों के पास से तीन एके 47, एक यूबीजीएल और 18 एके47 की मैजगीन बरामद हुईं हैं.
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