हापुड़ में पिलखुआ के रामलीला मैदान में आयोजित प्रभावी मतदाता संवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश और जयंत चौधरी का नाम लिए बिना कहा कि दो लड़कों की जोड़ी प्रदेश में आ रही है। यह दंगा कराने की साजिश के लिए आ रही है। पिछले पांच साल से अपने बिलों में घुसे दंगाई अब बाहर आकर गर्मी दिखा रहे हैं, इनकी गर्मी 10 मार्च को पूरी तरह निकल जाएगी।
इससे पहले उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में धौलाना के योगदान को याद करते हुए कहा कि भारत के प्रथम स्वतंत्रता समर में धौलाना के क्रांतिकारियों ने जो बलिदान दिया उसे भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि सपा सरकार की सोच परिवारवादी और कार्य दंगावादी था। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अंदर आपको यह फर्क स्पष्ट देखने को मिलता होगा।2017 से पहले कोई सुरक्षित नहीं था, बेटियां स्कूल नहीं जा पाती थीं, अराजक मंजर था। विकास की योजनाएं ठप पड़ी थीं। गरीबों को शासन की योजनाएं नहीं मिल पाती थीं। विकास का पैसा इत्र वाले के घर में दीवारों के पीछे कैद हो जाता था। मुजफ्फरनगर के दंगे, सहारनपुर का दंगा, बरेली मुरादाबाद रामपुर और यहां तक कि लखनऊ में मुख्यमंत्री की नाक के नीचे भी दंगे हुआ करते थे। लेकिन दंगाइयों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती थी। सपा सरकार इस संवेदना दंगाइयों के साथ थी, दंगा पीड़ितों के साथ नहीं।
एक बार फिर सीएम ने मुजफ्फरनगर के गौरव और सचिन की हत्या का भी जिक्र करते हुए कहा कि सपा के संरक्षण में पलने वाले गुंडों ने सचिन और गौरव की निर्मम हत्या की थी। उन्होंने कहा इन लोगों ने वैक्सीन एवं खाद्यान्न के मामले में गरीबों को गुमराह करने का प्रयास किया। आज 26 करोड़ वैक्सीन डोज लगाने वाला प्रदेश देश में पहले नंबर पर है। उन्होंने कहा कि नौजवानों के लिए नौकरी निकलती थी तो चाचा भतीजा वसूली के लिए निकलते थे। पारदर्शिता के साथ यूपी के नौजवानों को नौकरी मिल रही है। हर समस्या का समाधान जो दे वही सरकार है। नौजवानों की रोजगार की समस्या का समाधान, महिलाओं की सुरक्षा की समस्या का समाधान हो सके। जो अपने समय में बिजली नहीं दे सके, अब बिजली फ्री देने की बात कर रहे हैं। उन्होंने धौलाना विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशी धर्मेश तोमर के पक्ष में वोट करने की अपील लोगों से की।