सुरंग में चल रहा था राहत बचाव कार्य, अचानक नदी में बढ़ गया पानी

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नदी में पानी का बहाव बढ़ने सुरंग में भी पानी आने लगा। इस वजह से राहत बचाव कार्यों में लगी मशीनों और कर्मियों को सुरंग से वापस बुलाया गया। लोगाें को प्रभावित क्षेत्र से हटाया गया। 

बताया गया कि नदी का जल स्तर दो गुना ज्यादा बढ़ गया। सुंरग के पास करीब एक किमी. का क्षेत्र खाली कराया गया। जिस वजह से मौके पर अफरातफरी का माहौल रहा। लाउड स्पीकर के द्वारा सभी लोगों को सतर्क किया गया।

अभी तक आपदा में 170 लोग लापता हैं। 34 लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं, जिनमें से नौ लोगों की शिनाख्त हो चुकी है। 12 मानव अंग क्षत-विक्षत हालत में मिले हैं। हेलीकॉप्टर से लगातार नीती घाटी के गांवों में राहत सामग्री वितरित की जा रही हैं। 

बताया जा रहा है कि तीन किलोमीटर लंबी सुरंग के 180 मीटर पर एक मोड़ है। इसी मोड़ पर लोगों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है। जल प्रलय में लापता हुए अपनों की तलाश में तपोवन औैर रैणी पहुंचे लोगों सब्र का बांध टूट रहा है। परियोजना की सुरंग से करीब 500 मीटर दूर बैठे लोग रेस्क्यू टीमों को उम्मीद भरी निगाहों से देख रहे हैं। 

वर्तमान में एसडीआरएफ की आठ टीमों सहित अनेक राहत बचाव बल अभियान में शामिल हैं। रैणी गांव से श्रीनगर तक खोजबीन जारी है। ड्रोन ओर मोटरबोट से भी खोज की जा रही है। डॉग स्क्वॉड टीम भी मौके पर है। अलकनंदा के तटों पर बायनाकुलर से भी सर्च अभियान जारी है।

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