लखनऊ में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ ही उन्हें अस्पताल पहुंचाने की व्यवस्था भी चरमराने लगी है। इसमें कई-कई दिन लग जा रहे हैं। इतना ही नहीं गंभीर मरीजों को भी लेवल वन और टू के अस्पतालों में भेज दिया जा रहा है, जहां हालत बिगड़ने पर उन्हें दूसरे अस्पताल भेजना पड़ रहा है।
स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि पॉजिटिव पाए गए मरीजों को उसी दिन उनकी स्थिति के अनुसार अस्पताल में भेज दिया जा रहा है। लेकिन यह दावा हवाई साबित हो रहा है। चिनहट में शुक्रवार को पॉजिटिव पाए गए 30 वर्षीय युवक को रविवार को भी अस्पताल नहीं भेजा जा सका। कई बार कंट्रोल रूम में फोन करने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग की गाड़ी नहीं आई।
इसी तरह रायबरेली रोड निवासी 40 वर्षीय व्यक्ति को 4 दिन बाद भी अस्पताल नहीं पहुंचाया गया तो रविवार को युवक ने होम आइसोलेशन का कार्ड बनवाया। कुछ ऐसी ही हालत दूसरे मरीजों की भी है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से फोन करके वाहन भेजने की सूचना दी जाती है, लेकिन मरीजों तक एंबुलेंस नहीं पहुंच पा रही है।