गोण्डा निवासी कांस्टेबल शेष कुमार सिंह (29) की सीएम सुरक्षा में ड्यूटी थी। वह महानगर के सरकारी कॉलोनी में भतीजे के साथ रह रहे थे। शनिवार सुबह करीब 11:30 बजे शेष कुमार ने सर्विस रिवाल्वर से कनपटी पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली। महानगर इंस्पेक्टर दिनेश मिश्रा ने बताया कि भतीजे की सूचना पर पहुँची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। शेष कुमार के परिजनों को सूचना दी गयी है। उनके लखनऊ पहुंचने के बाद पोस्टमार्टम किया जाएगा।
एसआई की परीक्षा देने जाना था गोरखपुर
शेष कुमार के भतीजे ने पुलिस को बताया कि चाचा ने सब इंस्पेक्टर के लिए फार्म डाला था। रविवार को इसकी परीक्षा है। इनका सेंटर गोरखपुर पड़ा था। शुक्रवार को चाचा शॉपिंग भी करने गए थे। वह नए कपड़े खरीदकर लाये थे। परीक्षा में जाने से पहले उन्होंने यह आत्मघाती कदम क्यों उठाया इसके बारे में भतीजे को जानकारी नहीं है।
2011-12 में पिता के स्थान पर मिली थी नौकरी
कोतवाली करनैलगंज क्षेत्र के हड़ियागाड़ा गांव निवासी शेष कुमार सिंह ने खुद को गोली मारकर हत्या कर ली। शेष कुमार मुख्यमंत्री की सुरक्षा में तैनात था। शनिवार की वह ड्यूटी करके बादशाह नगर स्थित सरकारी आवास पर पहुंचा था। थोड़ी देर बाद ही उसने अपने सर्विस रिवाल्वर से अपनी कनपटी पर लगाकर फायर कर दिया। हालांकि पूरा मामला पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही तय होगा।
बताया जाता है कि गोली की आवाज सुनकर पास के कमरे में रह रहे युवक ने डायल 112 व गांव के प्रधान को दूरभाष पर सूचना दी। मौत की खबर गांव पहुंचते ही कोहराम मच गया।
ग्राम प्रधान रमेश सिंह ने बताया कि वर्ष 2009-10 में शेषकुमार सिंह के पिता मंगरे सिंह की मौत लम्बी बीमारी के कारण हो गयी थी। मंगरे सिंह उत्तर प्रदेश पुलिस में थे। पिता की मौत के दो साल बाद वर्ष 2011-12 में बेटे शेषकुमार सिंह उर्फ अन्नू सिंह को पुलिस विभाग में सिपाही के पद पर नौकरी मिल गयी। नौकरी मिलने के कुछ दिन बाद ही शेष कुमार सिंह को सीएम की सुरक्षा में तैनाती मिल गई। मौजूदा समय सीएम योगी की सुरक्षा में ड्यूटी थी।
सुबह करीब 9 बजे सरकारी आवास में ही शेषकुमार सिंह 28 साल कनपटी से सटाकर रिवाल्वर से गोली मारकर आत्म हत्या कर लिया। मौत की सूचना मिलते ही गांव के प्रधान व मृतक के भाई कृष्ण कुमार सिंह व परिवार के लोग लखनऊ पहुँच गये। शेष कुमार की अभी शादी भी नहीं हुई थी । परिजन इस बार शादी करने की तैयारी कर रहे थे। परिवार के लोगों का रो-रोकर हाल बेहाल है। पूरे गांव में मातम छाया हुआ है।