उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में यह योजना लागू की गई है। हालांकि शहर में इस प्रकार का कोई मंदिर नहीं है जहां नियमित प्रसाद या भंडारे की व्यवस्था हो लेकिन योजना में शहर के बदायूं-उझानी रोड स्थित बालाजी दरबार तथा शक्तिपीठ नगला मंदिर को शामिल किया गया है। पिछले दिनों डीएम कुमार प्रशांत की मौजूदगी में इस संबंध में हुई बैठक में भी इस योजना पर चर्चा की गई थी।
भगवान के ‘भोग’ पर भी अब खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन अनुभाग की नजर रहेगी। लोगों को शुद्ध प्रसाद मिले। इसके लिए शासन की ओर से भोग (ब्लेसफुल हाइजेनिक ऑफरिंग टु गॉड) योजना की शुरुआत की गई है। इसके तहत शहर में उझानी रोड स्थित बालाजी दरबार और नगला मंदिर का चयन किया गया है। समय-समय पर अधिकारी मौके पर जाकर प्रसाद की गुणवत्ता देखेंगे। साथ ही लोगों को भी स्वच्छ प्रसाद बांटने और ग्रहण करने के लिए जागरूक किया जाएगा।