कोरोना संक्रमित हजारों मरीज सिर्फ अस्पतालों की लापरवाही के कारण मारे गए। शायद समय पर उनको इलाज मिल जाता तो वो जिंदा होते। ऐसा ही एक मामला गुजरात के सूरत से सामने आया है। यहां एक संक्रमित महिला बेड पर पड़ी है और उसके परिजन वीडियो कॉल पर डॉक्टरों से पानी पिलाने की गुहार लगा रहे हैं।
एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें एक महिला ने बच्चे को जन्म दिया और वह कोरोना से संक्रमित हो गई। इसके बाद उसे कोरोना वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया।
उस महिला ने अपने देवर को वीडियो कॉल किया और अपनी परेशानी बताई कि उसे पानी चाहिए। तभी उसका देवर वीडियो कॉल पर चिल्लाता है डॉक्टर कहां है उसे फोन दो। मरीज को पानी चाहिए।
उसका देवर वीडियो कॉल पर चिल्लाता रहा लेकिन अस्पताल का कोई स्टाफ सामने नहीं आया। कोरोना से संक्रमित महिला की अपने परिजनों से यह आखिरी बातचीत है। इसके बाद उसकी मृत्यु हो गई।
सूरत के इस वीडियो को सोशल मीडिया पर आने के बाद लोग जमकर गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा कि बेवजह कोरोना से लोगों की मौत हो रही है वैक्सीन के आने क्या फायदा। एक यूजर ने लिखा कि बहुत ही दर्दनाक वीडियो है।
महिला के देवर दीपक ने बताया कि भाभी ने 19 मार्च को रात में वीडियो कॉल किया था, उनकी हालात बहुत खराब थी। वह बिस्तर से भी नहीं उठ पा रही थीं, क्योंकि 18 मार्च को ही उन्होंने बेटी को जन्म दिया था। उनका एक बार कोरोना का टेस्ट हुआ था, तो रिपोर्ट नेगेटिव आई थी, डिलिवरी के बाद दोबारा टेस्ट किया गया तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
इसके बाद अस्पताल प्रशासन ने उनको कोविड वार्ड में शिफ्ट कर दिया था। उनकी वीडियो कॉल के बाद रात को हॉस्पिटल में फोन किया, लेकिन किसी ने उठाया नहीं था।