वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने मध्य प्रदेश निवासी अंतरराज्यीय ईरानी गैंग के चार सदस्यों को मंगलवार को गिरफ्तार किया। ये लोग पुलिसकर्मी बनकर चेकिंग के नाम पर लोगों को टप्पेबाजी का शिकार बनाते थे। गिरफ्तार आरोपी वाराणसी में इस तरह की टप्पेबाजी की कई घटनाओं में शामिल रहे हैं।
पकड़े गए आरोपियों की पहचान मध्य प्रदेश के जिला होशंगाबाद के पिपरिया थाना स्टेशन रोड के टावर गली नंबर 8 निवासी इब्राहिम अली व रेहान अली, इतवारा बाजार निवासी इकबाल अली, गली नंबर 5 निवासी सलमान हुसैन के रूप में हुई।
ईरानी गैंग का नेटवर्क कई राज्यों में फैला है। ये फर्जी पहचान पत्र का इस्तेमाल करते थे। वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस इस गैंग के नेटवर्क को तोड़ने के लिए कई राज्यों में टीम भेजेगी। इससे पहले पुलिस ने वाराणसी के कबीरचौरा क्षेत्र में बीते 24 मार्च को किराना कारोबारी से आठ लाख रुपये लूट मामले का पुलिस ने खुलासा कर किया था।
इस मामले में अंतरराज्यीय गिरोह के छह बदमाशों को गिरफ्तार किया था। कब्जे से लूट के सात लाख 37 हजार रकम और लूट में उपयोग असलहा-कारतूस, दो बाइक और चार पहिया वाहन बरामद भी बरामद हुआ था। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया था कि वह ईरानी गैंग के लिए काम करते हैं।
गैंग के सदस्य चार पहिया व दो पहिया वाहनों से शहर के व्यस्ततम बाजारों और पॉश कालोनियों में क्राइम ब्रांच व एसटीएफ की फर्जी टीम बनकर सादे वस्त्रों में चेकिंग के नाम पर लूट व टप्पेबाजी करते हैं। चेकिंग के दौरान योजना के तहत गैंग के सदस्यों में से एक व्यक्ति पहले अपनी स्वयं की चेकिंग कराता है फिर टारगेट किये गये व्यक्ति की चेकिंग करते हैं व रुपये आदि मिलने पर लूट कर भाग निकलते हैं।
इसके अलावा महिला व पुरूषों को चेकिंग के दौरान लूट आदि का भय दिखाकर उनके जेवर उतरवाकर कागज में लपेट देते हैं एवं बातचीत के दौरान झांसा देकर कागज की पुड़िया बदल देते हैं, इस प्रकार टप्पेबाजी कर फरार हो जाते हैं। नये शहर को चिन्हित कर इसी प्रकार की घटनाओं को अंजाम देते हैं।