बीते दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था। यू-ट्यृब पर साझा किए गए वीडियो में एक शख्स ने आरोप लगाया था कि जहांगीरपुरी के एक होटल ने कश्मीर का निवासी होने की वजह से उसको कमरा नहीं दिया था। इसके पीछे होटल प्रबंधन का कहना था कि दिल्ली पुलिस की तरफ से ऐसा निर्देश आया है। जबकि उसी इलाके के दूसरे होटल ने बगैर किसी हिचक के उसको कमरा दे दिया था। वीडियो में उसने आगे कहा है कि इंटरनेट पर सक्रिय और प्रचलित कुछ लोगों ने वीडियो को जानबूझकर गलत तरीके से पेश कर दिल्ली पुलिस की छवि को खराब करने की कोशिश की है। ऐसे मामले में दंडात्मक कार्रवाई हो सकती है।
इस मामले में दिल्ली पुलिस का कहना है कि उनकी तरफ से ऐसा कोई दिशा-निर्देश जारी नहीं किया गया है। इस मामले में व्यक्ति से क्षेत्रीय आधार पर भेदभाव किया गया है। लिहाजा आईपीसी की धारा-153 बी (1)बी के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, इस बारे में शिकायत मिली थी। शिकायत में कहा गया था कि आधार कार्ड दिखाने के बाद भी जम्मू कश्मीर के कुछ छात्रों को कमरा देने से मना कर दिया था। इस बारे में फिलहाल जांच की जा रही है। आगे इसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
उधर, ओयो ने कहा है कि यह हैरान करने वाला मामला है। हमने होटल को अपने प्लेटफार्म से हटा दिया है। हमारे कमरे और हमारा दिल सभी के लिए हमेशा खुला हुआ है। यह ऐसा मामला है, जिसमें किसी भी सूरत में समझौता नहीं किया जा सकता है। इस मामले की हम अपने स्तर पर जांच करेंगे।