जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है। हर दिन 20 के करीब मरीज पाए जा रहे हैं। 14 दिन के भीतर जिले में 64 मरीज पाए जा चुके हैं। इसके बावजूद जिले के लोग पूरी तरह से लापरवाह बने हैं। अस्पताल, रेलवे स्टेशन समेत अधिकांश जगहों पर लोग बिना मास्क दिखाई पड़ रहे हैं।
वहीं, कोरोना जांच में लगाए गए एलटी को पीपीई किट नहीं दी जा रही है। बगैर पीपीई किट पहने एलटी मरीजों का सैंपल ले रहे हैं। जिम्मेदार इससे पूरी तरह से अनजान बने हैं। इससे कोरोना फैलने का खतरा मंडरा रहा है।
कागजों पर बनाए जा रहे हॉटस्पॉट
कोरोना संक्रमित मिलने वाले लोगों के मोहल्लों को कागजों पर हॉटस्पॉट बनाया जा रहा है। किसी प्रकार का प्रतिबंध नहीं लगाया जा रहा है। इससे कोरोना फैलने का खतरा मंडरा रहा है।
शहर के आधा दर्जन मोहल्लों में कोरोना के एक्टिव केस हैं, मगर स्वास्थ्य विभाग कागज पर हॉटस्पॉट बनवा रहा है।
बाहरी लोगों के आवागमन पर किसी प्रकार का प्रतिबंध नहीं लगाया जा रहा है। महज कागज पर संक्रमितों के मोहल्लों में प्रतिबंध का दावा किया जा रहा है। जबकि इन सभी मोहल्लों में एक भी बार न स्वास्थ्य कर्मी जा रहे हैं और न ही जिला प्रशासन की ओर से कोई पहल हो रही है। लोगों का आवागमन बना रहता है। संक्रमितों के घर पड़ोस के लोग भी चले जा रहे हैं। संक्रमित बाहर निकलकर घूम रहे हैं।