देश में कोरोना महामारी इतनी जल्दी खत्म होने वाली नहीं है। विशेषज्ञों ने भी इसको लेकर चेतावनी दी है और सतर्क रहने की सलाह दी है। हालांकि इसके बावजूद लोग बिना किसी डर के आराम से जगह-जगह घूम-फिर रहे हैं। चूंकि देश में कोरोना के खिलाफ टीकाकरण अभियान तो काफी तेजी से चल रहा है और अब तक 50 करोड़ से अधिक टीके लगाए जा चुके हैं, लेकिन इस बीच महामारी की तीसरी लहर की चिंता सताने लगी है। हम दूसरी लहर की तबाही तो देख ही चुके हैं कि कितने लोग मौत के मुंह में समा गए और अब अगर तीसरी लहर आती है तो वो कितनी तबाही लाएगी, ये बता पाना मुश्किल है। इसलिए सभी लोगों से कोरोना से बचने के नियमों का पालन करने की सलाह दी जा रही है। इसके अलावा वैक्सीन लेना भी उतना ही जरूरी है, क्योंकि यह मौत के खतरे से आपको बचा सकता है।
लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के डॉ. राजेंद्र के. धमीजा कहते हैं, ‘जो भी क्रोनिक बीमारी वाले मरीज होते हैं, जैसे डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, अस्थमा आदि, तो उनका हर महीने चेकअप होता रहता है। लेकिन अगर चेकअप नहीं भी हुआ है और दवा चल रही है, तो वैक्सीन लेने के लिए जरूरी नहीं है कि पहले चेकअप कराएं। आप जाएं और वैक्सीन लगवा लें।’
डॉ. राजेंद्र के. धमीजा कहते हैं, ‘जी हां, लॉन्ग कोविड में हमने देखा है, करीब तीन महीने ठीक होने को हैं और स्मेल (सूंघने की क्षमता) नहीं आ रही है। इसके अलावा खांसी, थकान, सांस फूलना, चिड़चिड़ापन, कंफ्यूजन होना, भूलना आदि जैसे कई लक्षण देखने को मिल रहे हैं। इन लॉन्ग कोविड के लक्षणों को लेकर सरकार जल्द ही गाइडलाइन जारी करेगी। इसके लिए कमिटी बनाई गई थी, जिसमें देखा गया कि किस बीमारी में पोस्ट कोविड में इलाज की जरूरत है और किसमें नहीं या किसे गंभीरता से लेना चाहिए।’
डॉ. राजेंद्र के. धमीजा कहते हैं, ‘देश में कोरोना की स्थिति अभी थमी है, लेकिन वायरस कहीं गया नहीं है। खतरा जितना पहले था, उतना ही अभी भी है। कई दूसरे देशों में केस एक बार फिर से बढ़ने लगे हैं। इसलिए हमें भी सतर्क रहना होगा। कोविड नियमों के साथ ही वैक्सीन जरूर लगवाएं, क्योंकि जिन लोगों ने वैक्सीन नहीं लगवाई है, उनके लिए आने वाली लहर ज्यादा खतरनाक हो सकती है।’