मूलरूप से काकोरी भगमतखेड़ा बसरैला निवासी अखिलेश यादव के चाचा ने मलिहाबाद के गढ़ी मंजर की रहने वाली मनीषा की बड़ी बहन से लव मैरिज की थी। इस रिश्ते के बाद अखिलेश और मनीषा का एक -दूसरे के घर आना जाना शुरू हुआ। दोनों के बीच प्रेम संबंध बने। दोनों शादी करना चाहते थे। लेकिन दोनों ही परिवार इस रिश्ते के खिलाफ थे।
अखिलेश यहां वृंदावन कॉलोनी में चाय के होटल पर काम करता था। तीन जुलाई की शाम को वह जन्मदिन की पार्टी में मोहनलालगंज जाने की बात कहकर घर से निकला था। लेकिन वापस नहीं लौटा। अखिलेश, मलिहाबाद के गढ़ी मंजर निवासी रिश्ते में मौसी लगने वाली मनीषा के साथ निकल गया। पुलिस के मुताबिक, अखिलेश पीजीआई के तेलीबाग इलाके में किराए का कमरा लेकर रहता था। वहीं मनीषा का परिवार पारा के बुद्धेश्वर इलाके में किराए के मकान में रहता था।
भाई को कॉल कर कहा, कर लूंगा खुदकुशी
शनिवार देर रात को अखिलेश ने अपने बड़े भाई को कॉल कर कहा कि आप लोग हम दोनों की शादी नहीं कराओगे। ऐसे में अब हम लोग आत्महत्या करने जा रहे हैं। इसके बाद दोनों रिवर फ्रंट गए और गोमती नदी में छलांग लगा दी। रविवार को दोनों का शव झूलेलाल पार्क के पास मिला। उधर, युवती की मां ने पारा थाने में अपहरण की तहरीर दी थी। वहीं अखिलेश की गुमशुदगी काकोरी थाने में दर्ज कराई गई थी। सोमवार को पोस्टमार्टम के बाद उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मिलने का इंतजार कर रही है।