मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की तरफ से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए 10 हजार युवाओं को मुफ्त टैबलेट-स्मार्ट फोन देकर उन्हें निशुल्क कोचिंग की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। उन्होंने कहा कि पूर्व में कोरोनाकाल के दौरान कोटा (राजस्थान) में फंसे प्रदेश के 15 हजार युवाओं को वहां के कांग्रेस सरकार के असहयोग के बावजूद पांच सौ बसों को भेजकर सुरक्षित वापस उनके घर पहुंचाया गया। प्रदेश में ही निशुल्क अभ्युदय कोचिंग की व्यवस्था हो जाने से अब यहां के युवाओं को बाहर जाने की नौबत नहीं आएगी। अभ्युदय कोचिंग ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों मोड में उपलब्ध कराई जा रही है। बेहतर पाठ्यक्रम के साथ ही आईएस, आईपीएस, पीसीएस, पीपीएस अधिकारियों, डॉक्टर-प्रोफेसर आदि को इससे जोड़ा जा रहा है।