कोरोना महामारी के बीच 108 और 102 एंबुलेंस ने प्रदेश के 16 लाख से अधिक कोविड और नॉन कोविड मरीजों को अस्पतालों में इलाज के लिए पहुंचाया। एंबुलेंस सर्विस ने 22 मार्च से 20 अगस्त के बीच लाखों लोगों की जान बचाई है।
108, 102 और एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस सेवा की संचालक कंपनी जीवीके ईएमआरआई के वाइस प्रेसीडेंट टीवीएस रेड्डी ने बताया कि कोरोना संकट के दौर में भी एंबुलेंस सेवा से जुड़े कर्मचारी आमजन के स्वास्थ्य लाभ के लिए जुटे रहे। इस दौरान लखनऊ और आगरा कॉल सेंटर सहित फील्ड कर्मचारी भी संक्रमित हुए, लेकिन एंबुलेंस सेवा को बाधित नहीं होने दिया।
उन्होंने बताया कि 22 मार्च से 20 अगस्त के बीच 108 एंबुलेंस सेवा ने लखनऊ के 13847 मरीजों को अस्पताल पहुंचाया। जबकि प्रदेश भर में 657878 मरीजों को इस सेवा का लाभ मिला। इसी तरह 102 एंबुलेंस सेवा से लखनऊ में 15237 मरीजों को अस्पताल पहुंचाया गया। जबकि प्रदेश भर में यह आंकड़ा 901653 तक पहुंच गया।
इसी दौरान गंभीर रूप से बीमार 41933 लोगों को एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया। कर्मचारी आपात स्थिति होने पर 259 प्रसव एंबुलेंस में कराने में सफल रहे। टीवीएस रेड्डी ने बताया कि 108 एंबुलेंस सेवा में 24 और 102 सेवा में 142 प्रसव कराए गए। एएलएस एंबुलेंस में भी 93 सुरक्षित प्रसव कराए गए।