इस महीने लोगों पर टाइगर मच्छर का डंक भारी पड़ा है। महज 22 दिन में डेंगू के 118 मरीज मिले हैं। बीते सात दिन से डेंगू के मरीजों की संख्या दोगुना बढ़ी है और औसतन रोजाना 10 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो रही है।
सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि डेंगू का पहला मरीज दो सितंबर को मिला था। शुरूआती 5 दिन तक डेंगू के औसतन तीन से पांच मरीज मिल रहे थे, अब डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। बुखार के 118 मरीजों में डेंगू मिला है। वयस्कों की संख्या करीब 70 और बाकी बच्चे हैं। डेंगू से एक मरीज की मौत हुई है। मलेरिया का भी खतरा है और 17 मरीजों में मलेरिया की पुष्टि हुई है। राहत की बात है कि यह सभी मरीज ठीक हो चुके हैं। सरकारी अस्पतालों में जांच और इलाज की निशुल्क व्यवस्था है।
मच्छर के शरीर पर सफेद लाइनें , तनकर होता है खड़ा
जिला मलेरिया अधिकारी आरके दीक्षित ने बताया कि एडीज एजिप्टाई मच्छर के काटने से डेंगू-चिकनगुनिया होता है। इस मच्छर के शरीर पर सफेद लाइनें होती हैं और तनकर खड़ा होता है। इसके चलते इसे टाइगर मच्छर भी बोलते हैं। मलेरिया की वजह मादा एनाफिलीज मच्छर है। दोनों मच्छर साफ पानी में पनपते हैं।