देश में गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स लागू हुए आज आठ दिन हो गए हैं लेकिन इसका विरोध अब भी जारी है. आज गुजरात के सूरत में हजारों कपड़ा व्यापारी जीएसटी के विरोध में सड़क पर उतरे. शहर के टेक्सटाइल मार्केट से लेकर रिंग रोड तक मार्च निकाला गया. सूरत में 40 हजार से भी ज्यादा थोक कपड़ा व्यापारी एक जुलाई से हड़ताल पर हैं.
सूरत के पुलिस आयुक्त सतीश शर्मा ने बताया कि ”हालात बेकाबू हो गए थे ऐसे में हमें मजबूरन लाठीजार्च करना पड़ा.” वहीं दूसरी ओर व्यापारियों का कहना है कि वह शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे.
व्यापारियों का कहना है कि गार्मेंट के कारोबार में कई चरण होते हैं इसलिए जीएसटी लागू होने से उनकी परेशानियां कई गुना ज्यादा बढ़ गई हैं. एक अनुमान के मुताबिक सूरत में कपड़ा कारोबार ठप होने से रोज करीब 150 करोड़ का नुकसान हो रहा है.
30 जून की आधी रात को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने देश में जीसएटी लॉन्च किया था. इसके साथ ही सभी इन-डायरेक्ट टैक्स खत्म कर दिया गया है और प्रोडक्ट को चार टैक्स स्लैब 5%, 12%,18% और 28% में रखा गया है. आपको बता दें कि देश में सीथेंटीक्स कपडे के उत्पादन का 60 % काम सूरत में ही होता है.