बिहार के रोहतास में कृष्ण कुमार सिंह और सत्यम कुमार सिंह नाम को दो युवक मुर्गी पोल्ट्री फार्म चलाते थे. सोमवार की देर शाम सत्यम कुमार सिंह ने अपने बड़े भाई कृष्ण कुमार को फोन किया था और कहा कि भइया जल्दी आइए, गाड़ी पंक्चर हो गई है. युवक के बड़े भाई ने पूछा कि कहां तो उसने बताया कि फार्म के पास. युवक के भाई ने कहा कि जल्द आता हूं.
इतनी सी बात के बाद ही फोन कट जाता है. थोड़ी देर बाद सत्यम एक बार और अपने भाई को फोन करता है और कहता है कि भइया यहां मत आइए. बजरंगी और उसके बेटे विकास, सौरभ, डब्लू और कई लोग आपको मारने के लिए हथियार लेकर तैयार हैं. सत्यम उस समय दौड़ रहा होता है. युवक ने यह बातें घबराते हुए कहीं. इसी दौरान युवक के भाई ने कहा कि गांव की तरफ भागो, मैं पुलिस लेकर आता हूं. तभी फोन कट जाता है.
सत्यम जब तक अपने भाई के पास पहुंच पाता उससे पहले ही उसे गोली मार दी जाती है. बाद में सत्यम का कुछ पता नहीं चलता है. परिजन रात भर उसे खोजते हैं लेकिन मंगलवार की सुबह 9 बजे पुलिस को उसकी लाश मिलती है. लाश के पास उसका मोबाइल भी मिलता है, जिसमें एक वीडियो है. उस वीडियों में वो दौड़ते हुए दिख रहा है. अपने हत्यारों का नाम लेते शख्स भाग रहा है. बाद में गोली की आवाज आती है और फिर सब कुछ खामोश हो जाता है.
मरने से पहले युवक ने हत्यारों का नाम भी जाहिर कर दिया था, बावजूद इसके पुलिस आरोपियों तक पहुंच पाई है. बताया जा रहा है कि गावं के दो परिवारों के बीच जमीन को लेकर झगड़ा चल रहा था. दोनों परिवारों के बीच विवाद को लेकर पंचायत भी हुई थी लेकिन मामला सुलझ नहीं सका. यही कारण है कि हत्या तक हो गई.
बिहार पुलिस मुख्यालय ने यह स्पष्ट निर्देश दिया है कि जमीन विवाद में अगर हत्या होती है तो जिम्मेदार उस क्षेत्र के थाना प्रभारी होंगे. बावजूद इस तरह की घटनाओं में कोई कमी नहीं दिख रही है. पुलिस का कहना है कि वो हत्यारों की तलाश कर रही है.